यूनिफॉर्म से सबल बनेंगे स्वयं सहायता समूह
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : स्कूली बच्चों की यूनिफॉर्म इस बार सैकड़ों महिलाओं के लिए रोजगार का माध्य
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : स्कूली बच्चों की यूनिफॉर्म इस बार सैकड़ों महिलाओं के लिए रोजगार का माध्यम बनेगी। स्कूलों में बंटने वाली यूनिफॉर्म की कागजों पर सिलाई दिखाकर रेडीमेड खरीदने का खेल भी खत्म होगा, तो इससे सालों से सिर्फ मेहनत के दम पर चल रहे जिले के स्वयंसहायता समूह मजबूत होंगे तो इनसे जुड़ी महिलाओं को रोजगार मिलेगा। सीडीओ नेहा जैन द्वारा जिले में आते ही यूनिफॉर्म को लेकर बनाई गई कार्ययोजना पर काम शुरू हो गया है। बुधवार को डीएम नेहा शर्मा ने स्वंय सहायता समूह प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।
सीडीओ नेहा शर्मा की सोच थी कि बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित यूनिफॉर्म वितरण के काम को जिले में बंद पड़े एवं सक्रिय स्वयं सहायता समूहों से कराया जाए। इससे समूहों को काम मिलेगा तो वक्त पर यूनिफॉर्म का वितरण होगा। इस सोच को डीएम नेहा शर्मा ने प्रोत्साहित किया। विकास भवन सभागार में स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि विभाग के द्वारा हर वर्ष प्रति बच्चा दो यूनिफॉर्म दी जाती है। यूनिफॉर्म वितरण के लिए टेल¨रग से संबंधित समूहों को चयनित कर उन्हें सिलाई का काम सौंपा जा रहा है। इससे उन्हें एक साथ बड़ा काम मिलेगा, तो यह लाभांवित होंगे। काम करने के इच्छुक समूहों से नाम मांगते हुए कहा कि उन्हें कार्यादेश निर्गत कर दिया जाएगा। इससे महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत बनेंगी। आने वाले वक्त में स्वयं सहायता समूहों को और कार्य आवंटित किए जाएंगे। समूहों के पांच सिद्धांतों के पालन पर जोर देते हुए कहा कि वह अच्छा प्रदर्शन करें। बैठक के दौरान परियोजना निदेशक विनीता श्रीवास्तव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अरविंद पाठक सहित सभी खंड शिक्षा अधिकारी एवं स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
सेनेटरी नेपकिन का भी प्रशिक्षण लें
बैठक के दौरान सेनेटरी नेपकिन के विषय में प्रेरित करते हुए कहा कि यदि समूह इच्छुक हों तो इसका उत्पादन करने के लिए भी आपको प्रशिक्षण दिया जाएगा। महाराष्ट्र में स्वयं सहायता समूहों के द्वारा उत्पादन बड़े पैमाने पर करके ऑलाइन पोर्टल के माध्यम से बेचा जा रहा है। आर्थिक स्वावलंबी बनाने के लिए इस प्रकार की अनूठी पहल होनी चाहिए।