गोपनीय निरीक्षण में खुली सफाई व्यवस्था की पोल, 177 कर्मी मिले गायब
सफाई व्यवस्था परखने को 22 अधिकारियों को सुबह थमाया बंद लिफाफा वार्डो में मिली गंदगी एक सुपरवाइजर निलंबित दूसरा मूल पद पर भेजा ।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: त्योहार के सीजन पर शहर की सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है। पार्षदों व लोगों की शिकायत पर शनिवार को सुबह सात बजे नगर आयुक्त सहित 22 अधिकारियों ने वार्डो में बिना किसी सूचना के गोपनीय निरीक्षण किया तो सफाई व्यवस्था की पूरी तरह पोल खुल गई। निरीक्षण के दौरान वार्डो में कुल 177 कर्मचारी कार्य क्षेत्र से गायब मिले।
नगर आयुक्त विजय कुमार ने सफाई व्यवस्था के स्थलीय सत्यापन के लिए सुबह सात बजे सभी अधिकारियों को अपने कक्ष में बुलाया। यहां हर अधिकारी को वार्ड आवंटित कर एक-एक बंद लिफाफा दिया गया। यह अभियान पूरी तरह गुप्त रखा गया, जिससे सेनेटरी इंस्पेक्टर, सुपरवाइजर व सफाई कर्मचारियों को इसकी भनक न लग सके। नगर आयुक्त ने सबसे पहले वार्ड 48 लेबर कालोनी का निरीक्षण किया तो यहां आठ कर्मचारी अनुपस्थित मिले। वार्ड में सफाई व्यवस्था भी संतोषजनक नहीं मिली। सुपरवाइजर विनोद कुमार भी अनुपस्थित मिला। उसको कार्य में लापरवाही पर निलंबित करने के निर्देश दिए। वार्ड 45 नगला विश्नु में भी पांच कर्मचारी कार्य क्षेत्र से गायब मिले। लोगों की शिकायत थी कि कर्मचारी अक्सर गायब रहते हैं। कार्य में लापरवाही पर कार्यवाहक सुपरवाइजर अलजुगल रहमान को मूल पद पर भेजने के निर्देश दिए। इसके साथ 22 अधिकारियों द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में कुल 177 सफाई कर्मी अनुपस्थित पाए गए, जिनका वेतन काटने के आदेश दिए हैं।
- सेनेटरी इंस्पेक्टरों को लगाई फटकार
गोपनीय निरीक्षण में शहर की सफाई व्यवस्था बेहद खराब मिलने पर नगर आयुक्त ने दोपहर तीन बजे स्वास्थ्य विभाग की बैठक बुलाई। उन्होंने नगर स्वास्थ्य अधिकारी, जेडएसओ सहित सभी सेनेटरी इंस्पेक्टर को चेतावनी दी कि तीन दिन में सफाई व्यवस्था में सुधार न हुआ तो निलंबन की कार्रवाई कर शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।