डीलरों का एलान, अक्टूबर में नहीं बांटेंगे राशन
जिले में राशन घोटाले में कार्रवाई के बाद अन्य राशन डीलर कमीशन बढ़ाने की मांग को लेकर उग्र हो गए हैं। बीते दिनों हड़ताल हुई, लेकिन आश्वासन पर मान गए। अब फिर से डीलरों ने अक्टूबर में राशन नहीं बांटने का एलान किया है, जिससे गरीब उपभोक्ता टेंशन में आ गए हैं।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: राशन घोटाले में विक्रेताओं के खिलाफ हुई कार्रवाई वापस न होने पर डीलरों ने अक्टूबर में खाद्यान्न वितरण से ही इन्कार कर दिया है। खाद्यान्न उठान की प्रक्रिया भी रोक ली है। इसी बीच, पूर्ति निरीक्षकों के कार्य बहिष्कार ने डीलरों के एलान में 'तड़का' लगा दिया है।
राशन घोटाले में जिले के 12 डीलरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। डीलरों के खिलाफ कार्रवाई वापसी और कमीशन बढ़ाने की मांग पर सकारात्मक रुख न देख डीलरो ने अक्टूबर में बंटने वाले खाद्यान्न का उठान ही न करने की ठान ली। इसी मामले में प्राइवेट कंप्यूटर ऑपरेटर हट जाने से पूर्ति निरीक्षकों ने एक सितंबर से काम बंद कर रखा है। इससे राशन उठान की विभागीय प्रक्रिया रुक गई है। पूर्ति निरीक्षक सरकारी ऑपरेटर की मांग कर रहे हैं।
ये है प्रक्रिया
- 22 तारीख तक चालान जमा होते हैं।
- इसके बाद डीलर गोदाम से खाद्यान्न उठाते हैं।
-पांच तारीख से शुरू हो जाता है राशन वितरण हमने सभी डीलरों को सूचना दे दी है कि वे अक्टूबर के खाद्यान्न का चालान जमा न करें। मंगलवार को बैठक में अगली रणनीति तय की जाएगी।
अली मुहम्मद, जिलाध्यक्ष, राशन डीलर एसोसिएशन
ये बात सही है कि पूर्ति निरीक्षक कंप्यूटर पर काम नहीं कर रहे, लेकिन हम इसका विकल्प तलाश रहे हैं। राशन वितरित कराने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।
अमित कुमार तिवारी, जिला पूर्ति अधिकारी
बॉक्स:: तो भीख ही मांगेगा इद्दू
नारखी धौंकल में रहने वाले इद्दू खां का परिवार सस्ते राशन से ही पेट भर पाता है। पांच बच्चों का पिता इद्दू बीमार रहता है, मजदूरी कर नहीं सकता। राशन न होने पर इद्दू को भीख मांगनी पड़ती है। सितंबर के शुरू राशन नहीं बंटा तो पेट भरने के लाले पड़ गए थे।