जोश में समर्थक, संयमित रहे मोर्चा अध्यक्ष शिवपाल
सेक्युलर मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव रोड शो के दौरान समर्थकों में जोश दिखाई दिया। लेकिन अध्यक्ष पूरे रोड शो में संयमित रहे।
डॉ. राहुल ¨सघई, फीरोजाबाद: कुनबे की रार में दिल पर पत्थर रख सियासत के लिए भी अपना अलग रास्ता चुन लिया। अपने अपमान का जिक्र न कर उपेक्षितों को सम्मान दिलाने की ठान कर नए किरदार में आए शिवपाल रविवार को रोड शो के दौरान समर्थकों के जोश से गदगद थे। वे भावनाएं भी भांप रहे थे और मंशा भी। मगर, मंजे हुए खिलाड़ी की तरह उन्होंने अपने को जैसे-तैसे संयमित करते रहे। सपा का तो नाम लिया ही नहीं, बसपा और भाजपा की चर्चा तक नहीं की।
रविवार को जब उन्होंने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के मुखिया के रूप में अपना रोड शो शुरू किया तो उनके साथ वे तमाम नेता, कार्यकर्ता थे जो कभी समाजवादी पार्टी के कट्टर समर्थक थे। इस हुजूम के लिए ही मोर्चा की पटकथा में उपेक्षितों को सम्मान दिलाने की इबारत लिखी गई थी। जोशीले समर्थक शिवपाल को दिखाना चाहते थे कि उनकी हनक अभी भी बरकरार है। ये समर्थक चाहते थे कि शिवपाल आज दिल की बातें जुबां पर ले ही आएं। बदला लेने के लिए कुछ ऐलान कर ही दें। शिवपाल भी उनकी भावनाओं को भांप गए थे। कुछ को इशारों से समझा देते तो कुछ को अपने तरीके से। शिवपाल ने मुलायम सिंह को हमेशा की तरह पूरा सम्मान दिया। कहा कि नेताजी के आशीर्वाद से ही मोर्चा बना है। समर्थकों ने कई बार फीरोजाबाद से चुनावी मैदान में कूदने को प्रेरिेत किया। मगर शिवपाल ने बड़ी सूझबूझ से इसका फैसला समय आने पर जनता पर छोड़ दिया।
प्रो. रामगोपाल यादव से उनके रिश्ते सर्वविदित हैं। समर्थकों को पूरा भरोसा था कि आज शिवपाल कुछ न कुछ आग जरूर उगलेंगे। मगर फीरोजाबाद शहर में भी उन्होंने न तो सपा का नाम लिया और न ही परिवार के किसी सदस्य का। इतना ही नहीं, लगभग 60 किमी के शो में किसी भी दल पर भी हमला नहीं बोला। भाजपा और बसपा का तो नाम भी नहीं लिया। बस इतना कहा कि बेईमान और भ्रष्ट सरकारों से जनता परेशान है। हमने जनता के लिए पार्टी बनाई है।
नेताजी के सामने नहीं लड़ेगा मोर्चा.. मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल ¨सह यादव ने कहा कि हमने नेताजी से मोर्चा के टिकट पर मैनपुरी से चुनाव लड़ने का आग्रह किया है। वे जहां से चाहें, वहां से मोर्चा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं। यदि वे हमारी पार्टी से नहीं लड़ते हैं तो भी उनके सामने मोर्चा प्रत्याशी नहीं उतारेगा।