सरकारी अस्पताल में प्राइवेट एंबुलेंस, डीएम ने कराई सीज
सरकारी अस्पताल परिसर में प्राइवेट एंबुलेंस के जमावाड़े की हकीकत सोमवार को खुल गई। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने सरकारी अस्पताल में प्राइवेज एंबुलेंस को जब्त करा दिया।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: सरकारी अस्पताल परिसर में प्राइवेट एंबुलेंस के जमावाड़े की हकीकत शुक्रवार को खुली। डीएम नेहा शर्मा ने निरीक्षण के दौरान यहां पर पांच एंबुलेंस पकड़ी। यातायात पुलिस को बुलाकर इन सभी एंबुलेंसों को सीज कराते हुए सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। ट्रामा सेंटर के टॉयलेट में गंदगी मिलने पर जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य कर्मियों को डांट लगाईं। जिला अस्पताल कैंपस में ट्रॉमा सेंटर, महिला अस्पताल और जिला चिकित्सालय है। इन अस्पतालों में मरीजों को लाने-ले जाने के लिए सरकारी एंबुलेंस सेवा होने के बाद भी प्राइवेट एंबुलेंस का कॉकस सक्रिय है। अस्पताल के स्टाफ की सांठ-गांठ से मरीजों को अस्पताल से रेफर कराने के बाद में आगरा में प्राइवेट नर्सिंग होम में बेच (भर्ती कराने पर कमीशन) दिया जाता है। डीएम को इसके संबंध में कई दिन से शिकायत मिल रही थी। शुक्रवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे डीएम नेहा शर्मा ट्रॉमा सेंटर पर आईं। ट्रॉमा के बाहर ही कार खड़ी मिली, इन्हें हटाने के बाद एंबुलेंस की तलाश हुई तो ट्रॉमा सेंटर, टीबी अस्पताल, महिला अस्पताल, जिला चिकित्सालय के समीप पांच प्राइवेट एंबुलेंस खड़ीं मिलीं। पूछताछ में चालकों ने एंबुलेंस जैन नगर और आसपास के लोगों की बताई। पता चला कि यह लोग दबंगई के बल पर अस्पताल कैंपस में इन्हें खड़ा करते हैं। इस पर जिलाधिकारी ने टीएसआइ जितेंद्र ¨सह और टीआइ रामदत्त को बुलाया। यातायात पुलिस क्रेन लेकर पहुंची तथा एंबुलेंसों को सीज कर दबरई पुलिस लाइन ले गई। एंबुलेंस पर कार्रवाई के बाद में डीएम ने ट्रॉमा सेंटर में आपात चिकित्सा कक्ष, ड्रग स्टोर और टॉयलेट का निरीक्षण किया। टॉयलेट में गंदगी मिलीं। इस पर उन्होंने स्वीपर और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को डांट लगाई और साफ-सफाई के निर्देश दिए। डीएम ने यहां भर्ती रोगियों से बात कर इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त की।
चालान नहीं, सीज करो..:
डीएम के बुलाने पर पहुंची यातायात पुलिस इन एंबुलेंस का सिर्फ चालान करना चाहती थी, लेकिन जब डीएम ने सख्ती दिखाते हुए सीज करने के आदेश दिए तो पुलिस ने आनन-फानन में इन्हें सीज किया।
अस्पताल एवं महिला अस्पताल में दौड़ता रहा स्टाफ : डीएम के ट्रॉमा सेंटर में निरीक्षण के दौरान अस्पताल और महिला अस्पताल में भी अफरातफरी की स्थिति रही। जो डॉक्टर अपने स्थान पर नहीं थे, वे भी अपने कक्षों में पहुंच गए। सभी स्टाफ भी ड्यूटी पर मुस्तैद हो गया। डर था कि कहीं डीएम निरीक्षण करते हुए अस्पताल या महिला अस्पताल की तरफ नहीं आ जाएं। जहां पर गंदगी थी, उसे साफ करने में सफाई कर्मी जुट गए।
शिकोहाबाद अस्पताल में सीएमओ ने पकड़ी थी एंबुलेंस : प्राइवेट एंबुलेंस का खेल हर सीएचसी और पीएचसी पर चल रहा है। पिछले दिनों शिकोहाबाद संयुक्त चिकित्सालय में सीएमओ ने भी एक प्राइवेट एंबुलेंस को मरीज ले जाते पकड़ा था, जिसमें से मरीज उतार कर उन्होंने सरकारी एंबुलेंस से भेजा था।