जलती चिता से पुलिस ने उठाई किशोरी की लाश
मंगलवार दोपहर शिकोहाबाद की एक महिला ने बिलखती हुए कंट्रोल रूम पर शिकायत की। कहा, कि मेरी बेटी को परिवार के ही लोगों ने मार दिया है। ऑनर किलिंग की आशंका पर पुलिस दौड़ी और जलती चिता से उसका शव बरामद कर लिया है। एसपी ग्रामीण महेंद्र कुमार ने परिजनों से पूछताछ की।
संवाद सहयोगी, शिकोहाबाद (फीरोजाबाद): मंगलवार दोपहर बिलखती हुई मां ने कंट्रोल रूम को फोन किया, मगर मदद न मिली तो थाने की दौड़ लगा दी। थाने पहुंचने के बाद पुलिस को जो बताया, उसे सुनने के बाद होश उड़ गए। आनन-फानन में गाड़ियां दौड़ने लगीं और खेत में जलती चिता से किशोरी का शव निकाला गया। इस घटना के बाद गांव में खलबली मच गई। बिखलती मां का कहना था कि उसके पति, सौतेले बेटे और देवर ने बेटी की पीट-पीटकर हत्या कर दी और सुबूत मिटाने के लिए शव को जलाया जा रहा था। बाद में मामला पिटाई से नाराज होकर आत्महत्या का बताया, जिसको लेकर पिता, भाई और चाचा समेत पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। शाम को पुलिस ने तीन को गिरफ्तार कर लिया है। गांव में ऑनर कि¨लग की चर्चा भी जोरों पर चल रही है।
घटना नसीरपुर थाना क्षेत्र के गांव रूधऊ की है। मंगलवार सुबह सात बजे अजब ¨सह और उसका भाई व बेटा 16 वर्षीय बेटी विशाखा का शव लेकर खेत में पहुंचे और चिता सजाकर आग लगा दी। परिवार के नजदीकी लोगों को बताया गया कि विशाखा ने रात में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसी बीच विशाखा की मां निर्मला देवी ने कंट्रोल रूम में फोन कर बेटी की हत्या की जानकारी दी। वहां से मदद मिलने में देरी होती देख वह गांव से सड़क तक भागकर पहुंची। इसके बाद ऑटो से नसीरपुर थाने में जाकर बेटी के शव को जलाने की जानकारी दी। आनन-फानन में इंस्पेक्टर केपी ¨सह फोर्स समेत खेत में पहुंचे, लेकिन आरोपित भाग चुके थे। चिता की आग को बुझाकर शव को बाहर निकाला गया। ऑनर कि¨लग की आशंका की खबर लगते ही एसएसपी स¨चद्र पटेल, एसपी ग्रामीण महेंद्र ¨सह फोर्स के साथ पहुंच गए। पूछताछ में मामला खुदकशी का निकला।
निर्मला देवी ने बताया कि सोमवार को बेटी ने व्रत रखा था। उसका देवर सौराज ¨सह ने मीट बनाने को कहा, जिस पर उसने मना करते हुए कहा कि घर के बर्तनों में भी मीट नहीं बनेगा। इसी बात को लेकर विवाद हुआ। पहले देवर ने उसे पीटा, बाद में पति व सौतेल भाई ने भी बुरी तरह पीट दिया, जिससे उसकी नाक और मुंह से खून आने लगा। इसके बाद मामला शांत हो गया और सब लोग सोने के लिए चले गए। सुबह कमरे में विशाखा का शव फंदे से लटका मिला। शव को फंदे से उतारने के बाद अजब ¨सह व अन्य सदस्य खेत पर ले गए और वहां चिता सजाकर आग लगा दी। एसपी ग्रामीण ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। महिला की तहरीर पर किशोरी के पिता अजब ¨सह, बाबा गीतम ¨सह, चाचा सौराज ¨सह, सौतेला भाई मानिक चंद्र, राकेश और राजेश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बाबा के बयान से फैली सनसनी: रास्ते में मिली विशाखा के बाबा से जब घटना के बारे में जानकारी ली तो उसका कहना था कि लड़की की आदत गलत थी, इसलिए जो हुआ अच्छा हुआ। वह आगे कुछ और बताता उससे पहले साथ चल रहे लोगों ने शांत कर दिया। फिलहाल गांव में ऑनर कि¨लग की चर्चा भी जोरों पर है। इसकी घर में कमरे की दीवार के सहारे खून पड़ा था। किशोरी की मां का कहना था कि उसे बुरी तरह से पीटा गया था। पिटाई के बाद बेहोश हो गई थी। उसके बाद उठने लायक ही नहीं रही थी।
कमरे में नहीं था कुंदा फिर कैसे लगी फांसी? जिस कमरे में पुलिस किशोरी द्वारा फांसी लगाने की बात कह रही है, उसमें कमरे में कोई कुंदा नहीं था। कमरे की छत की ऊंचाई भी लगभग दस फीट के करीब है। पुलिस कमरे में जहां किशोरी द्वारा रस्सी बांधना बताया जा रहा है, वहां रस्सी किशोरी ने बिना किसी सपोर्ट के कैसे बांध दी? क्योंकि मौके पर न तो कोई सीढ़ी थी और न ही कोई मेज।