गोकशी में वांछित प्रधान को थाने से जमानत
जसराना: ईद के त्यौहार पर सुरक्षा व्यवस्था में लगी पुलिस ने गोकशी सहित तीन मुकदमे दर्ज कराए थे। पुलिस ने वांछित ग्राम प्रधान को गिरफतार कर लिया। इस पर ग्रामीण और सपा नेता थाने आ गए और विरोध किया। इस पर बैकफुट पर आई पुलिस ने आरोपित को थाने से जमानत पर छोड़ दिया।
संवाद सहयोगी, जसराना: ईद के त्यौहार पर सुरक्षा व्यवस्था में लगी पुलिस ने गोकशी सहित तीन मुकदमों में वांछित प्रधान को पकड़ा तो कुछ ही देर में ग्रामीणों के साथ में सपा नेता थाने पहुंच गए। उन्होंने प्रधान पर दर्ज मुकदमे को झूठा बताया। थाने से ही प्रधान को निजी मुचलके पर जमानत दिलाकर रिहा करा दिया।
थाना जसराना के गांव मुस्तफाबाद निवासी प्रधान मनोज यादव पर 2017 में गोकशी करने के साथ में दो अन्य मुकदमे दर्ज हैं एवं वह पुलिस रिकॉर्ड में वांछित चल रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था के तहत एसपीआरए महेंद्र ¨सह मुस्तफाबाद में भ्रमण कर रहे थे, इस दौरान प्रधान मनोज को हिरासत में ले लिया। प्रधान की गिरफ्तारी की खबर मिलने पर गांव के महिला एवं पुरुष जसराना थाने पहुंच गए तो खबर मिलने पर सपा नेता इं. राजीव यादव, ब्लॉक प्रमुख डॉ.रामपाल ¨सह भी यहां पहुंच गए। सपा नेताओं ने ग्रामीणों की भीड़ को थाने के बाहर रोक दिया तथा एसपीआरए से बातचीत की। आधा घंटे की बातचीत के बाद में पुलिस ने निजी मुचलके पर प्रधान को छोड़ दिया। सपा नेताओं में प्रधानाचार्य किशनवीर ¨सह, पूर्व सैनिक सुग्रीव फौजी भी शामिल थे। एसपीआरए महेंद्र ¨सह का कहना है कि प्रधान मनोज यादव को मुकदमों में वांछित होने पर मुस्तफाबाद से गिरफ्तार किया था। सात वर्ष से कम सजा वाले अपराधों में थाने से जमानत देने का प्रावधान है, लिहाजा प्रधान को निजी मुचलके पर रिहा किया है। सपा नेता इं. राजीव यादव का कहना है कि राजनैतिक द्वेष भावना के चलते प्रधान पर झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया था।