विकास कार्यों की जांच में खुली पोल
गांवों में विकास कार्यों के नाम पर मनमानी की पोल विधानसभा की जांच कमेटी की जांच में खुली। कई गांवों में कराए गए कायों में गड़बड़ी पकड़ी है। इस पर डीपीआरओ को लताड़ा गया। जांच के आदेश दिए गए हैं।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : गांवों में विकास कार्यों के नाम पर मनमानी की पोल विधानसभा की पंचायती राज समिति के सामने खुल गई। फीरोजाबाद के जिला पंचायती राज अधिकारी को फटकार लगी। डीएम को ग्राम पंचायतों की जांच के आदेश दिए।
समित के सभापति सोमेश तोमर विधायक मेरठ की अध्यक्षता में रविवार को कलक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई। इसमें फीरोजाबाद के साथ ही मैनपुरी में वित्तीय वर्ष 2011-12 से 2017-18 तक ग्राम, क्षेत्र व जिला पंचायतों में हुए कार्यों की समीक्षा की गई। नारखी के गांव मोहम्मदीपुर के सभी कार्यों में गड़बड़ी पर नाराजगी जताई। चार्टड एकाउंटेंट की अध्यक्षता वाली कमेटी से जांच कराने व दोषियों पर कार्रवाई को कहा। हैंडपंप रीबोर और टीटीएसपी की धनराशि का ब्यौरा मांगा। साथ ही खराब पड़ी 11 टंकियों को चालू करने का प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिए।
कमेटी ने जिला पंचायत के कार्यों पर असंतोष जताया। बिना अनुमति काम कराने पर अधिकारियों से जवाब मांगा। डीपीआरओ गिरीश चंद्र से सभी प्राथमिक विद्यालयों में फर्नीचर की व्यवस्था कराने को कहा।
समिति के सदस्य और विधायक शिकोहाबाद डॉ. मुकेश वर्मा के साथ अन्य लोग भी आए थे। वहीं बैठक में मैनपुरी के डीएम प्रदीप कुमार, सीडीओ नेहा जैन, समिति के अनुसचिव इस्लाम सिददीकी एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे। बिना गड्ढे बन रहे थे शौचालय
समिति ने सदर ब्लॉक के गांव बिलहना का निरीक्षण किया। वहां शौचालयों में गड्ढे नहीं मिले। पाइप लाइन डालने के बाद सड़क टूटी हुई छोड़ दी थी। ग्राम पंचायत नूरपुर में अनियमितताएं मिलने पर सचिव हरेंद्र पाल और प्रधान शीलेंद्र के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। बीएसए, डीएसओ और चिकित्साधिकारी नहीं पहुंचे। उन पर कार्रवाई के निर्देश दिए।