अब सौ शैय्या अस्पताल से चलेगी ओपीडी
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : शासन के सख्त रुख को देखते हुए सौ शैय्या मातृ एवं शिशु अस्पताल का नगर विधायक ने शुभारंभ कर दिया। फिलहाल जांच और दवाओं के अन्य कोई सुविधा नहीं मिल सकेगी।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : शासन के सख्त रुख को देखते हुए सौ शैय्या मातृ एवं शिशु अस्पताल का औपचारिक शुभारंभ पुरानी व्यवस्थाओं के साथ में ही कर दिया गया। नए अस्पताल में शनिवार को समारोह पूर्वक ओपीडी का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर जनप्रतिनिधियों ने सरकार की योजनाओं पर प्रकाश डाला।
जिला अस्पताल कैम्पस में दो वर्ष पूर्व सपा शासनकाल में सौ शैय्या मातृ एवं शिशु अस्पताल का निर्माण हुआ। 12 जनवरी 2014 को तत्कालीन चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अहमद हुसैन ने शिलान्यास किया। करोड़ों की लागत से अस्पताल के तैयार होने के बाद छह जून 2016 को सपा सांसद अक्षय यादव ने लोकार्पण किया, मगर अस्पताल शुरू नहीं हो सका। इसके बाद भी सौ शैय्या अस्पताल शोपीस ही बना रहा। शहर के लिए सफेद हाथी साबित हो रहे अस्पताल को खुलवाने के लिए नगर विधायक मनीष असीजा ने बार-बार प्रयास किए। अधिकारियों से लेकर विधानसभा में मामला उठाया। जब मामला सरकार तक पहुंचा तो उन्होंने तत्काल अस्पताल शुरु करने के निर्देश दिए। विभाग के अफसरों ने आनन-फानन में गुरुवार को एक बाल रोग विशेषज्ञ की ओपीडी यहां पर शुरू कर दी।
शनिवार को औपचारिक कार्यक्रम में अस्पताल का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर सदर विधायक मनीष असीजा ने कहा कि सौ शैय्या मातृ एवं शिशु अस्पताल में बेहतर सुविधाएं दिलाने का प्रयास होगा। जनरेटर और पानी की व्यवस्था बहुत जल्द ही पूरी होगी। अन्य सुविधाओं के लिए भी प्रदेश सरकार से अनुरोध किया जाएगा। यहां सुविधाएं पूर्ण होने के बाद लोगों को आगरा जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। नए भवन में ओपीडी के अलावा लैब टेक्नीशियन भी बैठेंगे। कार्यक्रम में शिकोहाबाद विधायक डॉ. मुकेश वर्मा, मेयर नूतन राठौर, सीएमओ डॉ. एसके दीक्षित, सीएमएस डॉ. आरके पांडे, महिला अस्पताल सीएमएस डॉ.साधना राठौर, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एलके गुप्ता सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे। -शिलान्यास पट्टिकाओं पर डाल दिए पर्दा :
सौ शैय्या मातृ एवं शिशु अस्पताल में शनिवार को ओपीडी शुरु हुई। इस दौरान सत्ता पक्ष के विधायकों के अलावा पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान सपा शासनकाल में शिलान्यास के दौरान लगाई सांसद अक्षय यादव और तत्कालीन चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अहमद हसन की पटिृकाओं पर पर्दे डाल दिए थे।
--नहीं मिला है कोई सामान, सिर्फ आया है शासनादेश :
विभागीय सूत्रों की मानें तो सौ शैय्या अस्पताल के लिए न तो अभी चिकित्सक मिले हैं न ही संसाधन। सिर्फ एक शासनादेश आया था, जिसमें तत्काल इसे पुराने संसाधनों से चालू करने के आदेश दिए थे। इस पर आनन-फानन में इसे शुरू किया गया है।