घर-घर पधारेंगे गणपति, बाजार में रौनक
गणेश चतुर्थी 13 सितंबर से शुरू हो रही है। इसको लेकर भक्तों में उत्साह है। बाजारों में रौनक बढ़ गई है। घर-घर गणेश जी विराजित किए जाएंगे।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: चूहे पर विराजे तो कहीं लड्डुओं का भोग लगाते गणपति। सिंहासन पर बैठे और लेटे गणपति की मूर्तियां बाजारों में सज गई हैं। यह गणपति 13 सिंतबर को घर-घर में विराजेंगे।
दस दिवसीय गणेशोत्सव की शुरुआत 13 सितंबर को गणेश चतुर्थी से होगी। मंदिर, घर और सार्वजनिक स्थानों पर भगवान श्रीगणेश की मूर्तियां विराजी जाएंगी। गली, हर मोहल्ले में सजने वाले पंडालों से माहौल उत्सवमय होगा।
फीरोजाबाद-टूंडला रोड पर उसायनी क्षेत्र में प. बंगाल से आए और स्थानीय मूर्तिकारों ने मूर्तियां बनाने व सजाने में दिन-रात एक कर दिया है। मूर्तिकार मनोज कुमार ने बताया यहां से मूर्तियां पूरे जनपद में ले जायी जाती हैं। सबसे बड़ी मूर्ति की कीमत करीब तीन हजार रुपये है। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र के दुकानदार अपनी दुकानों पर बिक्री के लिए ले जाने लगे हैं। सुहाग नगर क्षेत्र में दुकानदार संजय कुमार ने अपनी दुकान पर बिकने वाली मूर्तियों की कीमत 50 से 1200 रुपये के बीच बतायी। कहा कि इनकी बिक्री होने लगी है। घरों में सजाने के लिए छोटी मूर्तियां पसंद की जाती हैं। इनकी बिक्री अधिक होती है। सार्वजनिक स्थलों पर सजाने के लिए बड़ी मूर्तियां पसंद की जाती हैं।
-----------
पीओपी से ही बन रही ज्यादातर मूर्तियां
मूर्तिकार सुरेश कुमार ने बताया कि मिट्टी की उपलब्धता आसानी से नहीं होने के कारण प्लास्टिक ऑफ पेरिस (पीओपी) से भगवान गणेश की मूर्तियां बनायी जा रही हैं। पीओपी से बनने वाली प्रतिमाओं में चमक अधिक होती ही है, पीओपी से प्रतिमा बनाने में आसानी भी होती है। जल्दी भी बन जाती हैं।