बेटी को बिखलता देख आंखें नम
फीरोजाबादजागरण संवाददाता। मां तो उसे छोड़कर नौकरी पर चली जाती थी। पूरा दिन वह दादी और ताई की गोद में खेलता। कभी मुस्कराता तो कभी खड़े होकर दौड़ने की कोशिश करता। मगर आज पौने दो साल का मासूम अविदित बेहद उदास था। कभी एकटक देखता तो कभी चीख-चीखकर रोने लगता था। मासूम की आंखों में दादी और ताई के कत्ल का खौफनाक मंजर कैद हो गया है।
फीरोजाबाद,जागरण संवाददाता। मां तो उसे छोड़कर नौकरी पर चली जाती थी। पूरा दिन वह दादी और ताई की गोद में खेलता। कभी मुस्कराता तो कभी खड़े होकर दौड़ने की कोशिश करता। मगर, आज पौने दो साल का मासूम अविदित बेहद उदास था। कभी एकटक देखता तो कभी चीख-चीखकर रोने लगता था। मासूम की आंखों में दादी और ताई के कत्ल का खौफनाक मंजर कैद हो गया है।
घर में रहने वाले छोटे भाई दीपक गुप्ता का पौने दो साल का मासूम बच्चा अविदित जब घर से बाहर आया तो पूरी तरह खून से सना था और रो रहा था। उसके हाथ-पैर और कपड़ों में खून लगा था। वह दरिदों के हाथों कैसे बच गया, किसी को नहीं पता। माना जा रहा है कि जिस समय दरिदों ने दोनों महिलाओं की हत्या की, वह ब्यूटीपार्लर वाले कमरे में सोया था। दरिदों के जाने के बाद वह जागा और घुटनों पर चलते हुए अंदर गया, जहां उसकी दादी और ताई की लाशें पड़ी थीं। शायद उसने दोनों को उठाने की कोशिश की और इसी में उसके हाथ और कपड़े खून से सन गए थे। भीड़भाड़ देखकर वह बुरी तरह दहशत में था और बार-बार रो देता था।
हत्यारों का शिकार बनीं रानी की बड़ी बेटी रिया दसवीं कक्षा में कलावती इंटर कॉलेज में पढ़ती है और बेटा ईशू ज्ञानसरोवर स्कूल में सातवीं का छात्र है। घटना के बाद दोनों बच्चों को स्कूल से बुला लिया गया। घर पहुंचते ही रिया तड़फ उठी और सीधे उस कमरे में घुस गई,जहां मां की लाश पड़ी थी। दहाड़ मारकर रोती रिया मां की लाश पर गिरने वाली थी कि लोगों ने उसे पकड़ लिया और गोदी में उठाकर ले गए। वह बार-बार कह रही थी कि मुझे मम्मा के पास जाना है। बेटे का भी रो-रोकर बुरा हाल था। परिवार के अन्य लोग भी दहाड़े मारते हुए पहुंचे। बच्चों को रोता देख लोगों की आंखों से आंसू बह निकले।
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अधूरा रह गया रानी का ब्यूटी पार्लर का सपना..अपने बूते पर कुछ करने का सपना देखने वाली रानी का सपना धरातल पर तो आ गया, मगर एक दिन बाद ही वह क्रूर हत्यारों का शिकार हो गई। रानी ने ब्यूटी पार्लर के लिए परिवार वालों को मनाया और फिर कोर्स किया। दो दिन पहले घर के बाहर वाले कमरे में टिपटॉप ब्यूटी पार्लर का उद्घाटन किया और मुहल्ले में लड्डू बांटे थे। अपनी देवरानी दीप्ति के भाई अमित गर्ग से बैनर बनवाकर लाने को कहा था। मौके पर अमित बार-बार यह कहकर रो रहा था कि काश वो बैनर देने आ जाता तो घटना नहीं होती।