अजनबी को घर से निकलता देख प्रेमी कसाई ने रेता था कविता का गला
नगला हैंडल गांव में शनिवार को घर में हुई थी विवाहिता की हत्या आरोपित ने कबूली संबंधों में हत्या की कहानी निर्दोष निकला नामजद।
संवाद सहयोगी, शिकोहाबाद: पांच दिन पहले घर में विवाहिता की गला काटकर हत्या में नामजदगी के बाद उलझी गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया। विवाहिता कविता की हत्या उसके प्रेमी कसाई शफीक ने की थी। पुलिस की पूछताछ में उसने मीट खरीदने के दौरान दोस्ती और संबंध की बात स्वीकार करते हुए गुनाह कबूल कर लिया। आरोपित को जेल भेज दिया गया।
नगला हैंडल में ई-रिक्शा चालक पप्पू शनिवार दोपहर 12 बजे घर पहुंचा तो कमरे में पत्नी कविता की लाश पड़ी थी। एसएसपी अजय पांडेय ने पत्रकार वार्ता में बताया कि हत्या में नामजद नीम खेरिया निवासी बाबी को पकड़ लिया गया था। बाबी ने बताया कि वह कविता के घर से जब निकल रहा था तो पड़ोसी शफीक को जाते देखा था। इसके बाद उसकी तलाश शुरू हुई। घेराबंदी कर शफीक को पकड़ा गया। पूछताछ में उसने गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि कविता उसकी दुकान में मटन और चिकिन खरीदने जाती थी। वहां से दोस्ती हुई और संबंध बन गए। शनिवार को वह उससे मिलने आया तो घर से बाबी बाहर निकल रहा था। इसी बात को लेकर उसे गुस्सा आ गया। अन्दर जाकर उसने कविता से पूछा तो उसने उलटा जवाब दिया। इस बात से क्षुब्ध होकर उसने चाकू से कविता का गला रेत दिया। एसएसपी ने बताया कि पुलिस की विवेचना से एक निर्दोष जेल जाने से बच गया। वार्ता के दौरान एसपी ग्रामीण राजेश कुमार और सीओ बल्देव सिंह खनेड़ा मौजूद थे।
आने से पहले शफीक ने किया था कविता को फोन:
घटना से पहले शफीक ने कविता को फोन किया। घर में कविता के साथ किसी दूसरे की आवाज भी आई। उसके पूछने पर कविता ने फोन काट दिया और फिर फोन नहीं उठाया। इसके बाद वह गुस्से में कविता से मिलने पहुंचा, जहां घर से निकलते हुए उसने बाबी को देख लिया। इसके बाद तकरार हुई और हत्या कर दी।
- तीन साल पहले दोनों हुए थे पड़ोसी:
कविता और शफीक का घर तीन मकान की दूरी पर है। तीन साल पहले दोनों के मकान बने थे। शफीक का दूसरा मकान शिकोहाबाद के मीरा कटरा में है। बाबी कविता के घर पर मजदूरी करता था।