पालिका कार्यकाल में लगे दर्जनों जेनरेटर लापता
आठ साल पूर्व पालिका कार्यकाल में शहर में निर्बाध जलापूर्ति को लगवाए गए दर्जनों जेनरेटर गायब हो गए। वर्कशॉप के नाम पर खेल करने की आशंका जताई जा रही है। इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: आठ साल पूर्व पालिका कार्यकाल में शहर में निर्बाध जलापूर्ति को लगवाए गए दर्जनों जेनरेटर एक-एक कर लापता हो गए। जल निगम के जिम्मेदारों की निगरानी में ये गायब हो गए। वर्कशॉप अफसरों और कर्मचारियों के बंदरबांट की भेंट चढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
शहर में जलापूर्ति सरकारी नलकूपों के जरिए की जाती है। 2007 से 2010 के बीच नगर पालिका (अब नगर निगम) ने निर्बाध जलापूर्ति के लिए जेनरेटर रखवाए थे। करबला, गुंजन एंक्लेव, गणेश नगर, आगा शाह की मस्जिद एवं लेबर कॉलोनी जैसे स्थानों पर 75 केवीए तथा 100 नलकूपों एवं सबमर्सिबल पंपों पर 25 केवीए के जेनरेटर लगवाए थे। कुछ साल बाद से इनके गायब होने का सिलसिला शुरू हो गया। अब हाल यह है कि दो दर्जन से कम स्थानों पर ही जेनरेटर बचे हैं। करबला नलकूप पर बीते दिनों हुए हंगामे पर पहुंचे विधायक मनीष असीजा ने जब यहां रखे जेनरेटर के संबंध में पूछा। जलकल अफसरों का कहना था उठवाकर दूसरे स्थान पर रखवा दिया है, लेकिन वह उस स्थान का पता नहीं बता सके। सहायक अभियंता जलकल पीके ¨सह का कहना है कि कुछ जनरेटर खराब हो गए हैं तो कुछ वाटर वर्क्स की वर्कशॉप में पड़े हैं। जनरेटर गायब होने की कोई शिकायत नहीं आई है। बत्ती गुल होने पर ठप हो जाती है जलापूर्ति
नलकूपों से जेनरेटर गायब होने के बाद जनता की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सुबह बिजली गुल होने पर जलापूर्ति भी ठप हो जाती है। इसके चलते पब्लिक प्रदर्शन करती है।
मैंने जनता के लिए जेनरेटर रखवाए थे, ये गायब हैं। इसकी उच्चस्तरीय जांच होना चाहिए।
मनीष असीजा, विधायक व तत्कालीन पालिकाध्यक्ष