जागरण का जय किसान अभियान हरेगा पीर
फीरोजाबाद: मंगलवार को भव्यता के साथ शुरू हुआ दैनिक जागरण का जय किसान अभियान। अन्नदाता के मन मेंि आगी उम्मीद।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: किसान अन्नदाता है। वह न कमजोर है न थका है, बल्कि वह मजबूत है। अपनी जिम्मेदारियां समझता है, उन्हें पूरा करने की जी तोड़ कोशिश करता है। कभी-कभी परिस्थितियों से हार जाता है, लेकिन खेती घाटे का सौदा नहीं है। यदि सही दिशा मिले, तो किसान सीमित जमीन पर भी खुशहाली की फसल लहलहा सकता है। किसानों को यही दिशा देने के लिए एक मई से दैनिक जागरण के जय किसान अभियान का आगाज हो गया। विकास भवन के सुसज्जित सभागार में मंगलवार को अधिकारी, जनप्रतिनिधि और जिले के प्रगतिशील किसानों की मौजूदगी में अभियान का ब्रोशर लांच किया गया।
विकास भवन सभागार अब तक सैकड़ों बैठकों और कार्यशालाओं का साक्षी बन चुका है, लेकिन मंगलवार को यहां जो कुछ हुआ, वह सबसे जुदा था। यहां किसानों की तरक्की की बात हुई, लेकिन न किसी योजना की घोषणा हुई और न वादा, बल्कि उन्हें यह बताने की कोशिश हुई कि खुशहाली की फसल उन्हीं के बीच के कुछ किसान कर रहे हैं, बस उसके बीज जगह-जगह फैलाने हैं। सरस्वती पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ करने के बाद डीएम नेहा शर्मा ने कहा कि हम भले ही कृषि परिवेश से नहीं आए हैं, लेकिन किसानों से भावनात्मक जुड़ाव है। दैनिक जागरण का यह प्रयास सराहनीय है। इस प्रयास के जरिए हम किसानों की समस्याओं को बेहतर तरीके से समझेंगे। उन्होंने कहा कि देशहित के इस मुद्दे को लेकर अभियान चलाने लिए दैनिक जागरण बधाई का पात्र है।
नगर विधायक मनीष असीजा ने कहा किसानों के लिए अभी बहुत काम होना बाकी है। भीषण गर्मी में दैनिक जागरण ने यह मुद्दा पकड़ा है। यदि किसानों ने इसमें रुचि दिखाई, तो निसंदेह यह सभी के लिए फायदेमंद साबित होगा। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान जो भी मुख्य समस्याएं सामने आएंगी, उनको वह विधानसभा तक पहुंचाएंगे और उन्हें हल कराने का पूरा प्रयास करेंगे। सीडीओ नेहा जैन ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने में दैनिक जागरण का यह अभियान मददगार साबित होगा। उपकृषि निदेशक हंसराज ने विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि प्रगतिशील किसानों की उपलब्धियों के जरिए सभी किसानों को खेती के नए तरीके समझाएं जाएंगे। सरकार की योजनाएं किसान हित की हैं, मगर अभी भी उनका लाभ नहीं उठाया जा रहा है। जागरण के अभियान में कृषि विभाग पूरी तरह साथ है। कार्यक्रम में जिला कृषि अधिकारी रविकांत ¨सह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभंजन शुक्ला, उप परियोजना निदेशक आत्मा संतोष शर्मा, कृषि वैज्ञानिक डॉ. संतोष शर्मा, मत्स्य अधिकारी श्रीकिशन शर्मा व अन्य अधिकारी।
नानी के घर जाती थी तब देखती थी पेड़ और सब्जियां..
कार्यभार ग्रहण करने के बाद पहली बार किसानों से रूबरू हुई मुख्य विकास अधिकारी नेहा जैन ने कहा कि मैं शहरी परिवेश में रही हूं। खेती को नजदीक से नहीं देखा। बस जब नानी के घर जाते थे, तो पेड़ देखती थी। ताजी सब्जियां मिलती थीं। जय किसान अभियान के बाद अब खेती और किसानों को नजदीक से जानने का मौका मिलेगा। अभियान में विकास विभाग पूरी तरह साथ है।