पूरी नहीं हो सकी इस्तीफा देने वाले अनुदेशकों की जांच
मानव संपदा पोर्टल पर डाटा नहीं कराया था अपलोड खंड शिक्षाधिकारियों ने बीएसए को नहीं सौंपी रिपोर्ट।
फीरोजाबाद, जासं: परिषदीय विद्यालयों में वर्षों से नौकरी कर रहे दस अनुदेशकों ने अगस्त में डाक के माध्यम से बीएसए कार्यालय में अपने इस्तीफे भेज दिए थे। इसके बाद उनके दस्तावेज फर्जी होने का संदेह गहरा गया। खंड शिक्षाधिकारियों को दो सप्ताह में जांचकर बीएसए को रिपोर्ट सौंपनी थी, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो सका है।
बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षक मिलने के अलावा एक साथ कई जिलों के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में नौकरी करने वाली अनामिका शुक्ला, संध्या द्विवेदी के बहुचर्चित मामले ने शासन तक हलचल मचा दी थी। इसके बाद सभी के शैक्षिक अभिलेखों सहित पैन कार्ड, आधार कार्ड का डाटा अपलोड किया जा रहा है, ताकि फर्जीवाड़ा करने वाले पकड़े जा सकें। इसी दौरान अगस्त के प्रथम सप्ताह में दस अनुदेशकों ने दूध की डेयरी खोलने, बीमार स्वजनों की देखभाल करने का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिए। दो सप्ताह में जांचकर फर्जी अनुदेशकों पर कार्रवाई होनी थी, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो सका है। बीएसए ने खंड शिक्षाधिकारियों को दो सप्ताह में जांचकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अभी तक जांच पूरी नहीं हो सकी है। बीएसए डा. अरविद पाठक ने बताया कि इस संबंध में सभी खंड शिक्षाधिकारियों को चेतावनी देते हुए जल्द ही जांच रिपोर्ट देने को कहा है।