स्ट्रीट वेंडर के पंजीकरण में वसूली का खेल
लोगों की शिकायत पर पार्षदों ने पालीवाल हाल में किया विरोध नारेबाजी। प्राइवेट कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने पैसे वापस कराने की मांग।
फीरोजाबाद, जासं: कोरोना काल में बेरोजगार हुए गरीबों की मदद के लिए सरकार बैंकों से ऋण दिला रही है। वहीं आनलाइन फार्म भरने के नाम पर प्राइवेट कर्मचारी गरीबों से अवैध वसूली कर रहे हैं। इसके विरोध में शनिवार को पार्षदों ने पालीवाल हाल में नारेबाजी की।
पीएम स्वनिधि योजना में सरकार द्वारा स्ट्रीट वेंडर को दस-दस हजार रुपये ऋण दिलाया जा रहा है। सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य पूरा करने में नगर निगम व डूडा विभाग के अधिकारी कई दिनों से बैंकों के चक्कर काट रहे हैं। इधर पालीवाल हाल में चिन्हित स्ट्रीट वेंडर के पंजीकरण के साथ आनलाइन फार्म भरवाए जा रहे हैं। यहां तैनात कर्मचारियों द्वारा निर्धारित 65 की जगह गरीबों से 115 रुपये वसूले जा रहे हैं। लोगों की शिकायत पर पार्षद देशदीपक यादव, मोहित अग्रवाल, हेत सिंह शंखवार, हरिओम गुप्ता पालीवाल हाल पहुंचे। वहां मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की तो उन्होंने 115 रुपये वसूलने की बात स्वीकार की।
पार्षदों का आरोप था कि नगर निगम द्वारा जाति प्रमाण पत्र के नाम पर भी अवैध वसूली की जा रही है। उन्होंने डीएम, नगर आयुक्त, पीओ डूडा से मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने व स्ट्रीट वेंडरों से लिए अधिक पैसे वापस कराने की मांग की। चेतावनी दी कि दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो धरना प्रदर्शन करेंगे। -सरकार द्वारा आनलाइन फार्म भरने के लिए 65 रुपये फीस निर्धारित की गई है। पालीवाल हाल में प्राइवेट कर्मचारियों द्वारा 115 रुपये वसूली की शिकायत मिली थी। पार्षदों की शिकायत पर बाहरी कर्मचारियों को तत्काल हटा दिया है।
- सुभाष वीर सिंह राजपूत, परियोजना अधिकारी डूडा