हाथ से छूटे औजार तो सरकार ने बढ़ाया मदद को हाथ
हाथ से छूटे औजार तो सरकार ने बढ़ाया मदद को हाथ
जागरण संवादाता, फीरोजाबाद: कड़ाके की सर्दी हो या आसमान से आग बरस रही हो। खुले आसमान के नीचे दिनभर पसीना बहाने वाले निर्माण श्रमिकों के हाथ से कोरोना वायरस ने औजार छीने लिए। संकट की घड़ी में सरकार ने मदद को आगे हाथ बढ़ाया है।
सुहागनगरी में 70 हजार से अधिक महिला-पुरुष निर्माण कार्य से जुड़े हुए हैं। 25 मार्च से लॉकडाउन होने के बाद सभी काम बंद होने से निर्माण कार्य से जुड़े श्रमिकों की मुश्किल बढ़ गई। सरकार ने इन मजदूरों की मदद को आपदा राहत योजना शुरू की। इसके तहत पंजीकृत श्रमिकों के खाते में एक-एक हजार रुपए भेजने का सिलसिला शुरू हुआ। सहायक श्रमायुक्त अरुण कुमार सिंह बताते हैं कि लॉकडाउन पीरियड में श्रमिकों की मदद के लिए जिले में 32 हजार श्रमिकों के खातों में आपदा राहत के रूप में प्रथम किश्त का भुगतान किया जा चुका है। दूसरी किश्त के रूप में अब तक 30073 श्रमिकों को मदद भेजी गई है। ई-मेल व वाट्सएप पर भेजें खाते की जानकारी: सहायक श्रमायुक्त ने ऐसे पंजीकृत निर्माण श्रमिक, जिनके खाते में अब तक पहली व दूसरी किश्त की धनराशि नहीं पहुंची हैं, वह जल्द अपने बैंक खाते का विवरण आइएफएससी कोड सहित आधार कार्ड, श्रम विभाग द्वारा जारी श्रमिक पंजीयन प्रमाण पत्र की फोटो कॉफी विभागीय ई-मेल व वाट्सएप नंबर 9149161370 पर भेज दें, जिससे उनको दोनों किश्त का भुगतान एक साथ किया जा सके।