बंबा कटने सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न, किसानों ने किया हंगामा
पचोखरा क्षेत्र में बंबा कटने से किसानों की सैकड़ों बीघा आलू और गेहूं की जलमग्न हो गई। किसान असफल रहे तो सिंचाई विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। काफी देर तक कोई नहीं पहुंचा तो किसानों ने हंगामा किया।
संवाद सहयोगी, टूंडला: पचोखरा क्षेत्र में बंबा कटने से किसानों की सैकड़ों बीघा आलू और गेहूं की फसलें जलमग्न हो गई। सूचना के बाद भी नहर विभाग के कर्मचारियों के मौके पर न आने से नाराज ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। एसडीएम को शिकायती पत्र देते हुए कार्रवाई की मांग की।
हाथरस माइनर सादाबाद होते हुए सिकरारी से होकर गुजरता है। साल भर बंबा सूखा रहता है। बुधवार रात्रि अचानक बंबा में पानी आ गया और पटरी कट गई। इससे पचोखरा क्षेत्र के गांव सलेमुपुर, नगला महादेव व देवखेड़ा के किसानों की करीब ढाई सौ बीघा गेहूं, आल की फसल जलमग्न हो गई। किसान मौके पर पहुंचे और खंदी को रोकने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। किसानों ने नहर विभाग के अधिकारियों को सूचना दी, लेकिन कोई नहीं पहुंचा। इससे नाराज किसानों ने हंगामा करते हुए जमकर नारेबाजी की। किसानों ने जेसीबी मंगाकर पानी को रोका। लेकिन उस समय तक फसलें जलमग्न हो गई। किसानों का कहना है कि बंबा में पानी छूटने से गांव पमारी, नगला खरगा, देवखेड़ा, सलेमपुर सहित कई गांव के किसानों का नुकसान हुआ है। बताया बीते साल भी बंबा कटने से फसलें बर्बाद हुई थी। दर्जनों ग्रामीण तहसील जा पहुंचे और एसडीएम रामसूरत पांडेय को शिकायती पत्र देकर नहर विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई और मुआवजे की मांग की। शिकायत करने वालों में राकेश उपाध्याय, भगवानदास, छोटेलाल, मुकेश, अमर ¨सह, पुष्पेन्द्र ¨सह, सतेन्द्र ¨सह, टीटू, रोहित, मोनू प्रमुख हैं।