संसाधनों का अभाव, सेक्शन मशीन पर थी धूल
फीरोजाबाद जागरण संवाददाता। शासन के आदेश पर गुरुवार को मेडिकल कॉलेज में संसाधनों की पड़ताल करने आगरा से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम को बदइंतजामी देखने को मिली। टीम को वार्डों में न ग्लूकोमीटर मिला न ही रोगियों का वजन लेने की मशीन। मेडिकल वार्ड में सेक्शन मशीन पर धूल जमी थी। इस पर टीम के सदस्यों ने नाराजगी जताई।
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। शासन के आदेश पर गुरुवार को मेडिकल कॉलेज में संसाधनों की पड़ताल करने आगरा से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम को बदइंतजामी देखने को मिली। टीम को वार्डों में न ग्लूकोमीटर मिला न ही रोगियों का वजन लेने की मशीन। मेडिकल वार्ड में सेक्शन मशीन पर धूल जमी थी। इस पर टीम के सदस्यों ने नाराजगी जताई।
कायाकल्प योजना के तहत शासन ने अपर निदेशक चिकित्सा, स्वास्थ्य कार्यालय से डॉ. विपुल कुमार और डॉ. विकास त्यागी की टीम को यहां भेजा। टीम ने मेडिकल, सर्जिकल और आर्थाेपेडिक वार्ड के साथ-साथ पैथोलॉजी और ब्लड बैंक आदि का निरीक्षण कर यहां सहूलियतों आदि के बारे में जानकारी ली। वार्डों में कार्य करने वाली सिस्टर ने अपने यहां वेइंग मशीन और ग्लूकोमीटर नहीं होने की जानकारी दी। टीम ने ओपीडी में रोजाना आने वाले मरीजों की संख्या और भर्ती होने वाले रोगियों की भी जानकारी ली। टीम में शामिल डॉ. त्यागी ने बताया कि नेशनल क्वालिटी इंश्योरेंस प्रोग्राम के तहत केंद्र सरकार के कुछ मानक हैं। स्थानीय अस्पताल मानक पर कितना खरा उतर रहा है, इसकी जानकारी करने टीम आयी थी। गोष्ठी में दी डेंगू नियंत्रण की जानकारी:
राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा महिला अस्पताल समेत जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर गोष्ठी और रैली निकाली गई। इन कार्यक्रमों के जरिए जनता को डेंगू बीमारी और इससे बचाव की जानकारी दी गई। बताया गया कि डेंगू के मच्छर खासतौर पर दिन में काटते हैं और साफ पानी में पनपते हैं। इसलिए घरों में पानी ढककर रखें। आसपास पानी नहीं जमा होने दें। पूरी बांह के कपड़े पहनें। इन उपायों को कर हम डेंगू और मलेरिया से बच सकते हैं। सौ शैय्या अस्पताल में हुए कार्यक्रम में डॉ. साधना राठौर, डॉ. बबिता गौतम आदि डॉक्टर थे।