Move to Jagran APP

नहर में अवैध कुलावे बने गंगाजल की राह में रोड़ा

फीरोजाबाद जागरण संवाददाता। चार दिन पहले शुरू हुआ नहर की सिल्ट सफाई का कार्य मंगलवार को पूरा हो गया। मंगलवार रात कुछ देर के लिए गंगाजल की आपूर्ति मिलने से जलकल विभाग की टंकियां भर दी गईं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 Feb 2019 12:00 AM (IST)Updated: Thu, 28 Feb 2019 12:00 AM (IST)
नहर में अवैध कुलावे बने गंगाजल की राह में रोड़ा
नहर में अवैध कुलावे बने गंगाजल की राह में रोड़ा

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: चार दिन पहले शुरू हुआ नहर की सिल्ट सफाई का कार्य मंगलवार को पूरा हो गया। मंगलवार रात कुछ देर के लिए गंगाजल की आपूर्ति मिलने से जलकल विभाग की टंकियां भर दी गईं। बुधवार सुबह करीब तीन घंटे नलों में पानी आया, लेकिन शाम को गंगाजल की आपूर्ति फिर नहीं मिली। बताया गया कि जिस नहर से गंगाजल की सप्लाई मिलती है, उसमें कई किसानों ने अवैध कुलावे बनाकर पंपिग सेट लगा लिया है। इसलिए दिन में जल निगम के इंटेकवेल में पानी नहीं पहुंचा।

loksabha election banner

नरौरा से गंगाजल की आपूर्ति एका क्षेत्र के गोपालपुर बैराज होते हुए नहर के जरिए हाथवंत ब्लाक स्थित नंदपुर इंटेकवेल पर मिलती है। यहां से सैलई ट्रीटमेंट प्लांट पर पानी पहुंचता है। प्लांट से गंगाजल को पंप कर जलकल विभाग की अंडरग्राउंड टंकियों में पहुंचाया जाता है। यहां से घरों में आपूर्ति की जाती है। नहर में सिल्ट सफाई के कारण चार दिन से नलों में गंगाजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही थी।

जल निगम के एक्सईएन राकेश कुमार ने बताया कि मंगलवार को कार्य पूरा होने के बाद एका क्षेत्र के गोपालपुर बैराज से कुछ देर पानी नंदपुर इंटेकवेल में पहुंचा और इसकी सप्लाई शहरी क्षेत्रों में दी गई। परंतु अवैध कुलावों की वजह से इंटेकवेल पर अब भी पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। इस कारण शाम को गंगाजल की आपूर्ति नहीं की जा सकी। जलकल विभाग के जेई मुंशीलाल ने बताया कि दिन में गंगाजल नहीं मिलने से शाम को पानी की आपूर्ति नहीं की जा सकी। पांच क्यूसेक गंगाजल की आपूर्ति मिली

निगम के एक्सईएन ने बताया कि मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक करीब पांच क्यूसेक गंगाजल की आपूर्ति इंटेकवेल पर हुई। जबकि पहले 25 क्यूसेक पानी की सप्लाई मिलती थी। सिचाई विभाग से बात करेंगे एक्सईएन

जल निगम के एक्सईएन राकेश कुमार ने बताया कि अवैध कुलावों को हटवाने के लिए वह सिचाई विभाग के अधिकारियों से वार्ता करेंगे, ताकि पानी की कमी समाप्त हो सके।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.