शौचालय से आत्मनिर्भर बनेंगे महिला समूह
111 गांवों में सामुदायिक शौचालय संचालन की मिलेगी जिम्मेदारी पंचायती राज और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन मिलकर कर रहे तैयारी।
नारी सशक्तीकरण
-111 गांवों में सामुदायिक शौचालय संचालन की मिलेगी जिम्मेदारी
-पंचायती राज और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन मिलकर कर रहे तैयारी
-फोटो-11
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: ग्राम पंचायतों में राशन वितरण की जिम्मेदारी के बाद महिला समूह को सशक्त बनाने को एक और कदम उठाया गया है। अब ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय का संचालन की जिम्मेदारी भी उन्हें दी जाएगी। इसके लिए पंचायती राज विभाग राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) मिलकर काम कर रहे हैं।
प्रदेश को खुले में शौचमुक्त से मुक्त करने को ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय बनवाए जा रहे हैं। इनकी क्षमता आबादी और उपयोग की संभावना को देखकर हर गांव में अलग अलग रखी गई है।
जिले में डेढ़ सौ शौचालयों का निर्माण पूरा हो गया है। बाकी पंचायतों में काम चल रहा है। पहले शौचालयों के संचालन की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को देने की योजना था। अब, सरकार ने यह जिम्मा महिलाओं के समूहों को देने का फैसला किया है। पंचायत राज विभाग ने उपायुक्त एनआरएलएम को पत्र लिखकर समूहों का चयन करने के लिए कहा है। 'शौचालय की देखरेख और सफाई को हर महीने नौ हजार रुपये ग्राम पंचायत के खाते से दिए जाएंगे। पहले चरण में 111 शौचालय समूहों को दिए जाने की तैयारी चल रही है।'
- नीरज कुमार सिन्हा, डीपीआरओ
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इस ब्लॉक में बनेंगे शौचालय
-ब्लाक ---सार्वजनिक शौचालय
-अरांव --11
-एका --04
-फीरोजाबाद---19
-हाथवंत----11
-जसराना---10
-मदनपुर----13
-नारखी-----12
-शिकोहाबाद----18
-टूंडला-----13 यह धनराशि मिलेगी
-केयर टेकर के लिए छह हजार रुपये महीना।
- मरम्मत, साबुन, ग्लब्ज मास्क के लिए 1500 रुपये।
-पानी, बिजली व अन्य खर्च-1300 रुपये।
-सफाई सामग्री को हर छह महीने बाद 1200 रुपये।