एलडीबी चुनाव के लिए फीरोजाबाद और जसराना में आज होगा मतदान
-सुबह दस से शाम चार बजे तक डाले जाएंगे वोट शाम को होगी मतगणना -छह शाखाओं में से चार पर भाजपा के प्रतिनिधि प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए
By JagranEdited By: Published: Mon, 31 Aug 2020 07:56 PM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2020 07:56 PM (IST)
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : माताटीला व लहचुरा बांध से शनिवार को बेतवा में छोड़ा गया तीन लाख क्यूसेक मीटर पानी मुख्यालय से होकर गुजर गया है। इससे दोनों नदियां स्थिर हो गई हैं। वहीं, नदियों के बढ़े जलस्तर को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और लगातार नदी किनारे वाले गांवों में मुनादी कराते हुए ग्रामीणों को भी सतर्क किया जा रहा है।
शनिवार को माताटीला बांध से ढाई लाख व लहचूरा बांध से 50 हजार क्यूसेक पानी बेतवा नदी में छोड़ा गया। जो रविवार दोपहर को मुख्यालय पहुंचा। इससे यमुना व बेतवा का जल स्तर तेजी से बढ़ने लगा। पानी गुजरने के बाद सोमवार दोपहर से दोनों नदियों के प्रवाह में कमी आने लगी। शाम छह बजे यमुना का जलस्तर 98.67 मीटर व बेतवा का 99.55 मीटर पर दर्ज किया गया। यमुना का खतरे का निशान 103.64 मीटर व बेतवा का 104.54 मीटर पर है। बढ़ते जल स्तर को लेकर जिला प्रशासन सतर्क दिखाई दे रहा है। नदी किनारे वाले गांवों में पुलिस टीमें लगातार भ्रमण करते हुए ग्रामीणों को सतर्क कर रही हैं और मुनादी भी कराई जा रही है। ताकि बाढ़ से किसी भी प्रकार की कोई घटना न घटित हो सके। वहीं कंट्रोल रूम में भी कर्मी 24 घंटे अलर्ट पोजीशन में दिखाई दे रहे हैं। मौदहा बांध के अधिशाषी अभियंता एके निरंजन ने बताया कि अभी किसी बांध से दोनों नदियों में पानी छोड़े जाने की कोई सूचना नहीं है। दोनों नदियों का जलस्तर जल्द स्थिर होकर घटने लगेगा।
शनिवार को माताटीला बांध से ढाई लाख व लहचूरा बांध से 50 हजार क्यूसेक पानी बेतवा नदी में छोड़ा गया। जो रविवार दोपहर को मुख्यालय पहुंचा। इससे यमुना व बेतवा का जल स्तर तेजी से बढ़ने लगा। पानी गुजरने के बाद सोमवार दोपहर से दोनों नदियों के प्रवाह में कमी आने लगी। शाम छह बजे यमुना का जलस्तर 98.67 मीटर व बेतवा का 99.55 मीटर पर दर्ज किया गया। यमुना का खतरे का निशान 103.64 मीटर व बेतवा का 104.54 मीटर पर है। बढ़ते जल स्तर को लेकर जिला प्रशासन सतर्क दिखाई दे रहा है। नदी किनारे वाले गांवों में पुलिस टीमें लगातार भ्रमण करते हुए ग्रामीणों को सतर्क कर रही हैं और मुनादी भी कराई जा रही है। ताकि बाढ़ से किसी भी प्रकार की कोई घटना न घटित हो सके। वहीं कंट्रोल रूम में भी कर्मी 24 घंटे अलर्ट पोजीशन में दिखाई दे रहे हैं। मौदहा बांध के अधिशाषी अभियंता एके निरंजन ने बताया कि अभी किसी बांध से दोनों नदियों में पानी छोड़े जाने की कोई सूचना नहीं है। दोनों नदियों का जलस्तर जल्द स्थिर होकर घटने लगेगा।
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