शस्त्र लाइसेंस के आवेदन को उमड़ी भीड़, हंगामा
शासन से रोक हटते ही शस्त्र लाइसेंस बनवाने वालों की भीड़ उमड़ने लगी है। गुरुवार को कलक्ट्रेट पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। भीड़ के दबाव से काम प्रभावित हो गया। इस पर पुलिस बुलानी पड़ी। फॉर्म बिक्री बंद होने पर लोगों ने हंगामा किया।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: शासन से रोक हटते ही शस्त्र लाइसेंस बनवाने वालों की भीड़ उमड़ने लगी है। गुरुवार सुबह भीड़ नियंत्रित करने के लिए आवेदन पत्रों की बिक्री रोक दी गई। इस पर आक्रोशित लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। धक्का मुक्की में नाजिर कार्यालय की मेज का शीशा टूट गया। पुलिस फोर्स ने भीड़ को कार्यालय से हटाया, तब जाकर कर्मचारियों ने राहत महसूस की।
शस्त्र लाइसेंस स्टेटस ¨सबल बन चुके हैं। 2012 में हाईकोर्ट ने प्रदेश में नए लाइसेंस जारी करने पर रोक लगाई थी, जो मंगलवार से हट गई। छह साल बाद रोक हटते ही लाइसेंस बनवाने वालों की भीड़ कलक्ट्रेट की तरफ दौड़ने लगी है। पहले दिन ही 161 आवेदन पत्र बिके। बुधवार की छुट्टी के बाद गुरुवार को कार्यालय खुला तो नाजिर कार्यालय में सुबह 10 बजे तक तमाम लोग पहुंच गए। कार्यालय के बाहर बरामदा भी खचाखच भर गया। भीड़ के बढ़ते दबाव और हंगामा होने की जानकारी अधिकारियों को दी गई। इसके बाद भीड़ नियंत्रित करने के लिए मुख्यालय चौकी से फोर्स बुला लिया गया। पुलिस के पहुंचते ही फॉर्म की बिक्री बंद कर दी गई। इसको लेकर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान धक्कामुक्की में कार्यालय की मेज का शीशा भी टूट गया। पुलिस ने काफी मुश्किल से भीड़ को बाहर निकाला। नाजिर विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि गुरुवार को 70 फॉर्म बेचे गए थे। इसके बाद फॉर्म खत्म होने के कारण बिक्री रोकनी पड़ी।
बढ़ सकती है फॉर्म की कीमत: बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन शस्त्र लाइसेंस के फॉर्म की कीमत बढ़ाने पर विचार कर रहा है। अब तक यह 100 रुपये का बिक रहा था। सूत्रों का कहना है इसकी कीमत अब 1000 रुपये की जा सकती है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है।