प्रदूषण में घुट रहा दम, जमीन हो रही बंजर
फीरोजाबाद जागरण संवाददाता। कूड़े के ढेर उठती दुर्गंध व प्रदूषण में हजारों लोगों का दम घुट रहा है। इससे तमाम लोग सांस की गंभीर बीमारियों का शिकार हो चुके हैं। कुछ ग्रामीण काल के गाल में भी समा चुके हैं। ग्रामीण समस्या के निदान के लिए कई बार आंदोलन कर चुके हैं। जिला प्रशासन से भी गुहार लगाई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। कूड़े के ढेर उठती दुर्गंध व प्रदूषण में हजारों लोगों का दम घुट रहा है। इससे तमाम लोग सांस की गंभीर बीमारियों का शिकार हो चुके हैं। कुछ ग्रामीण काल के गाल में भी समा चुके हैं। ग्रामीण समस्या के निदान के लिए कई बार आंदोलन कर चुके हैं। जिला प्रशासन से भी गुहार लगाई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
कोटला रोड स्थित कुतकपुर चनौरा में नगर निगम द्वारा अस्थाई खत्ताघर बनाया गया है। यहां पिछले चार साल से हर रोज सैकड़ों मीट्रिक टन कूड़ा डंप हो रहा है। कूड़े के ढेर से उठती दुर्गंध के कारण कुतकपुर चनौरा, हिम्मतपुर, नगला पानसहाय व रैपुरा गांव के हजारों ग्रामीणों का दिन का चैन व रात की नींद उड़ा दी है। बढ़ते प्रदूषण के कारण सैकड़ों ग्रामीण सांस जैसी गंभीर बीमारियों का शिकार हो चुके हैं। दो सप्ताह पहले एक 45 वर्षीय युवक की मौत हो गई। इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है। गर्मी के दिनों में तो हालात बहुत गंभीर हो जाते हैं। खत्ताघर से सुबह से शाम तक आग की लपटे उठती रहती हैं, जिससे लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। नगर निगम के कर्मचारी कूड़े के ढेर में आग लगाकर गायब हो जाते हैं। इससे पीड़ित ग्रामीणों ने पिछले साल कोटला रोड पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया था। ग्रामीणों का कहना है कि समस्या निदान को जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही।
-----------
हर रोज निकलता है 300 मीट्रिक टन कूड़ा
शहर से प्रतिदिन करीब 300 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है। नगर निगम द्वारा वाहनों के माध्यम से कुतकपुर चनौरा स्थित साइट पर डंप किया जा रहा है। शहर के गली, मुहल्लों, चौराहों, सार्वजनिक स्थलों से कर्मचारी कूड़ा एकत्रित कर वाहनों के माध्यम से चनौरा तक ले जाते हैं। नगर निगम द्वारा प्रतिदिन करीब 150 वाहनों से कूड़ा डलवाया जा रहा है।
- शासन में अटका सॉलिड वेस्ट का प्रस्ताव
केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा भले ही स्वच्छता पर जोर दिया है। स्वच्छता के प्रति जागरूक करने को हर साल स्वच्छ सर्वेक्षण भी कराया जा रहा है। नगर निगम द्वारा साल भर पहले डंपिग साइड पर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की स्थापना को 36 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया, जो अब तक स्वीकृत नहीं हो सका है।
---------
-कूड़े के ढेर से दिन-रात इतनी तेज दुर्गंध उठती है कि दिन में कई बार उल्टी आती है। घर के अंदर भी चैन की सांस लेना मुश्किल हो गया है। कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई नहीं सुनता। -सरजू -अभी तो बारिश का मौसम है। गर्मी के दिनों में कर्मचारी हर रोज कूड़े के ढेर में आग लगा देते हैं, जिससे सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। आग की लपटें उड़ कर आसपास के घरों व खेतों में पहुंची हैं। -संतोष -नगर निगम द्वारा चार साल से यहां लगातार कूड़ा डाला जा रहा है, जिससे काफी परेशानी हो रही है। कूड़ा न डालने के लिए कई बार डीएम को ज्ञापन भी सौंप चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। -होतीलाल -जब से यहां कूड़ा डलना शुरू हुआ है, तब से खेत बर्वाद हो गए। कूड़े के ढेर से पॉलीथिन उड़कर खेतों में आ जाती हैं, जिससे खेत बंजर हो रही हैं। कर्मचारी खेतों में कूड़ा डालकर भाग जाते हैं। -हेत सिंह