दबंग सूदखोरों से सहमा परिवार
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : बीसी (पत्ती) संचालकों एवं सूदखोरों के आतंक से एक परिवार इस कदर सहम गया
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : बीसी (पत्ती) संचालकों एवं सूदखोरों के आतंक से एक परिवार इस कदर सहम गया है कि पति का नई दिल्ली में इलाज चल रहा है। बावजूद इसके सूदखोर मकान अपने नाम लिखाने के लिए दबाव बना रहे हैं। ऐसे में पीड़ित की पत्नी ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देते हुए कहा है कि अगर प्रशासन ने न्याय नहीं दिलाया तो वह अपनी पांच बेटियों के साथ जहर खाकर जान दे देगी। मो.बगिया निवासी वसीम अख्तर पत्नी जर्रार अहमद ने एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में कहा है कि पति ने कुरैशियान मुहल्ले में एक व्यक्ति के यहां पर दो लाख की बीसी डाली थी। एक लाख दस हजार रुपये में बीसी उठाई। इसके बाद किस्त देते रहे। जब किस्त में देर हो जाती तो एक हजार रुपया रोज की पेनाल्टी लगाकर बीसी संचालक रुपये बढ़ा देते। आरोप लगाया है कि दो नई बीसी डालकर उन्हें उठाकर अपने पास जमा कर लिया तथा पति पर किस्त के नाम पर 18 फीसद प्रतिमाह की दर से ब्याज लगाना शुरू कर दिया। वसीम अख्तर का कहना है पति ने कर्ज से बचने के लिए आभूषण बेच कर रुपये दिए। बैंक से 1.80 लाख रुपये ऋण लेकर दिए। इसके बाद भी नवंबर 2017 में सूदखोर पति को पकड़ कर ले गए, इस पर 1.20 लाख में वायदा हुआ तो मौके पर 50 हजार रुपये देकर ससुर पति को लाए। दूसरे दिन हार्टअटैक से ससुर की मौत हो गई। सूदखोरों पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए कहा कि जनवरी 2018 में आठ-दस लोग घर में घुस आए तथा पति के साथ मारपीट की। इस घटना से पति को हार्टअटैक पड़ा, जिनका इलाज दिल्ली के अस्पताल में चल रहा है। आरोप लगाया है कि इसी तरह से ब्याज के नाम पर कई लोगों के मकानों पर कब्जा कर लिया है। एसएसपी से परिवार को बचाने की गुहार लगाते हुए कहा है कि अगर न्याय नहीं मिला तो पांच बेटियों संग जहर खा लूंगी।
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1.10 लाख के चुकाए 9.78 लाख, मांग रहे हैं छह लाख और
वसीम अख्तर ने कहा कि 1.10 लाख की बीसी उठाने पर अब तक 9.78 लाख रुपये दे चुके हैं, लेकिन अभी भी छह लाख रुपये की मांग की जा रही है। एक जून को सूदखोर की बहन ने आकर कहा कि मकान का बैनामा भाइयों के नाम कर दे, अन्यथा मकान से निकाल कर कब्जा कर लेंगे।