गुरुवार को भी बिहार नहीं जा सका परिवार
गुरुवार को भी बिहार नहीं जा सका परिवार
संस, टूंडला: मासूम की मौत के बाद घर जाने के इंतजार में बिहार का परिवार अब भी अस्थाई आश्रय स्थल में रहने को मजबूर है। प्रशासन उन्हें भेजने की व्यवस्था नहीं कर सका है। चंपारण बिहार के गांव नोतन थाना वनकटवार निवासी प्रियंका शनिवार शाम अपने दस माह के पुत्र रौनक को लेकर पिता देवलाल, मां कुसमी देवी व 14 साल के भाई शैलेन्द्र के साथ दिल्ली के दादरी स्टेशन से बिहार के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन से निकली थी। ट्रेन में बच्चे की तबियत खराब होने के बाद मौत हो गई थी। जांच में कोरोना नहीं निकला। कई घंटे इंतजार के बाद मंगलवार को शव दफनाया जा सका। इसके बाद से ही परिवार प्रशासन से घर भेजने की मांग कर रहा है, लेकिन इंतजार लंबा होता जा रहा है। जोइंट मजिस्ट्रेट एकता सिंह का कहना है कि हम व्यवस्था कर रहे हैं। जल्द ही परिवार को घर भेजा जाएगा। उस रूट की ट्रेन न होने के कारण परेशानी आ रही है।