सुहाना की मौत पर भी नहीं जागे बिजली विभाग के अधिकारी
गुरुवार को न्यू टापा खुर्द सरकारी स्कूल में बिजली करंट से छात्रा सुहाना की मौत बाद भी विभागीय अधिकारी नहीं जागे। आज भी हालात वही हैं।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: गुरुवार को न्यू टापा खुर्द का सरकारी स्कूल तीसरे दिन खुला, मगर आज हंसमुख मासूम सुहाना नहीं थी। लाड़ली बिटिया को लीलने वाले बिजली के तार अब भी तने हुए थे, मानों किसी और मासूम को शिकार बनाने का इंतजार कर रहे हों। आधे से ज्यादा बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे और शिक्षकों के नाम पर बीटीसी प्रशिक्षुओं की टोली ने पढाई की कमान संभाले हुई थी।
दो दिन पूर्व उत्तर के न्यू टापा खुर्द निवासी गौरव गोस्वामी की कक्षा तीन में पढ़ने वाली बेटी सुहाना की स्कूल में बिजली के तार के करंट से मौत की हो गई थी। घटना पर शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ। स्कूल पर ताला पड़ा रहा और जिम्मेदार भूमिगत रहे। डीएम की गाड़ी दो घंटे तक रोके जाने के बाद प्रधानाध्यापक और शिक्षकों को घटना के लिए लिए जिम्मेदार मानते हुए मुकदमा दर्ज कराया।
शनिवार को स्कूल खुला, मगर तार जस के तस लटक रहे थे। 226 में से केवल 70 बच्चे स्कूल पहुंचे। बीएसए अर¨वद पाठक ने एक शिक्षक की तैनाती कर दी है, मगर वह नहीं पहुंचे। अन्य शिक्षकों की तैनाती होने तक एबीआरसी (खंड शिक्षा अधिकारी) सर्वेश्वर दयालु को पढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई है। बीटीसी प्रशिक्षुओं को भी पढ़ाने के लिए भेजा गया।
मृतका के परिजनों को एक्सईएन ने सौंपा दो लाख का चेक: विद्युत निगम के एक्सईएन दुर्गा प्रसाद द्वारा शनिवार को सुहाना के परिजनों को दबरई में बुलाकर दो लाख रुपये का चेक दिया। उन्होंने बताया कि जल्द तीन लाख रुपये का चेक और दिया जाएगा।
इलाके में मंडरा रहा खतरा, विभाग को बजट का इंतजार: स्कूल के अलावा आसपास के क्षेत्र में बिजली के तार झूल रहे हैं। इनसे कभी भी कोई घटना हो सकती है। एक्सईएन ने बताया कि टापा खुर्द नगर निगम क्षेत्र में है, लेकिन विद्युतीकरण के लिए बजट नहीं मिल रहा है। ऐसे क्षेत्रों में विद्युतीकरण के लिए 86.85 लाख की डिमांड की गई है। अवैध कनेक्शन पर जल्द कार्रवाई होगी।