डॉक्टर साहब, गला खराब, बुखार भी है, हमें कोरोना तो नहीं
डॉक्टर साहब गला खराब बुखार भी है हमें कोरोना तो नहीं--- फोटो-
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: शहर के कोटला रोड निवासी 35 वर्षीय युवक मंगलवार सुबह दस बजे सरकारी ट्रॉमा सेंटर आया और डॉक्टर को बुखार, कमजोरी महसूस होने तथा गले में भारीपन बताते हुए सवाल किया-डॉक्टर साहब, उसे कोरोना तो नहीं हो गया है? डॉक्टर ने थर्मल मशीन से स्क्रीनिग कराते हुए उसे आयुर्वेदिक विग में फिजीशियन के पास भेज दिया। फिजीशियन ने उसे कोरोना की जांच कराने की सलाह दी।
इस युवक की तरह तमाम लोग कोरोना की दहशत में जी रहे हैं। हर साल इन दिनों वायरल फीवर का प्रकोप रहता है, डॉक्टरों की क्लीनिक वायरल के रोगियों से भरी रहती थीं। परंतु इस साल कोरोना की दहशत में वायरल फीवर भी दब गया है। कोरोना की दहशत इस कदर है कि लोग मामूली बुखार और गला खराब होने पर भी परेशान हो जा रहे है। सरकारी ट्रॉमा सेंटर पर चल रही फ्लू ओपीडी में रोजाना ऐसे दो दर्जन से अधिक रोगी पहुंच रहे हैं जो इस तरह का सवाल डॉक्टर और स्टाफ से करते हैं। टेलीमेडिसिन सेवा लेने वाले कुछ रोगी भी इसी तरह का सवाल डॉक्टर से करते हैं। सीएमओ डॉ. एसके दीक्षित ने बताया कि उनके पास मोबाइल पर रोजाना 15-20 लोग फोन कर बुखार-खांसी, जुकाम होने और कोरोना के लक्षण के बारे में जानकारी करते हैं। कोरोना के लक्षण वाले रोगियों को सरकारी ट्रॉमा सेंटर और नगला बरी स्थित फ्लू ओपीडी में जांच कराने की सलाह दी जाती है। इनमें से कुछ रोगियों का सैंपल लिया जाता है जबकि बाकी को जरूरी जांच के बाद दवाएं देकर घर पर ही रहने की सलाह दी जाती है। - कोरोना के लक्षण- सीएमओ डॉ. एसके दीक्षित ने बताया कि यदि किसी को तेज बुखार (100 डिग्री फारेनहाइट या इससे अधिक), दर्द तथा
खांसी-जुकाम और सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो उसे कोरोना होने की आशंका है। ऐसे लोगों को स्वयं इलाज करने की बजाय डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।