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¨चता मत कीजिए, बेसहारा पशुओं के लिए हर गांव में बनेंगी गोशालाएं

फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। बुधवार को दैनिक जागरण के साप्ताहिक कॉलम प्रश्न पहर में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने समस्याएं सुनी। एक घंटे में किसानों ने बेसहारा पशुओं से फसल बर्बाद होने की शिकायत दर्ज कराई। इस पर हर गांव में गोशालाएं बनाने की बात कही।

By JagranEdited By: Published: Wed, 09 Jan 2019 11:42 PM (IST)Updated: Wed, 09 Jan 2019 11:42 PM (IST)
¨चता मत कीजिए, बेसहारा पशुओं के लिए हर गांव में बनेंगी गोशालाएं
¨चता मत कीजिए, बेसहारा पशुओं के लिए हर गांव में बनेंगी गोशालाएं

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: बुधवार को दैनिक जागरण के साप्ताहिक कॉलम प्रश्न पहर में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभंजन शुक्ला ने किसानों और पशुपालकों की समस्याएं सुनीं। अधिकांश शिकायतें बेसहारा गोवंश से हो रहे नुकसान से संबंधित थीं। सीवीओ ने इसकी रोकथाम के लिए शासन प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। भरोसा दिया कि एक सप्ताह में ही काफी हद तक समस्या दूर हो जाएगी। प्रस्तुत है कुछ प्रमुख सवाल एवं उनके जवाब।

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सवाल: गांव में 50 से 60 बेसहारा पशु हैं, हमारी सरसों की फसल पूरी तरह चौपट कर दी है। क्या करें ? (नीरज यादव, प्रधान प्रतिनिधि इटारी)

जवाब: आप प्रधान प्रतिनिधि हैं तो समस्या का समाधान आसानी से कर सकते हैं। गांव में खाली पड़ी जमीन को मनरेगा से अस्थाई गोआश्रय स्थल के रूप में विकसित कर सकते हैं।

सवाल: दिन रात फसलों की रखवाली करते हैं। फिर भी गोवंश फसलों को नष्ट कर रहे हैं। आने वाले समय में यह समस्या विकराल होगी। (भक्तवर्धन, करकौली)

जवाब: इस समस्या पर सरकार गंभीर है। शासन ने ग्राम सभा की भूमि पर गोशाला खुलवाने के निर्देश दिए हैं। इस पर काम हो रहा है।

सवाल: एक वर्ष पूर्व गांव में गोशाला खोली गई थी, लेकिन कहीं से अनुदान नहीं मिलने पर यह बंद हो गई। अब इसे कैसे शुरु कर सकते हैं। (अजीत, पैढ़त)

जवाब: सरकार ने निर्देश दिए हैं कि ग्राम सभा स्तर पर एक कमेटी बनाई जाए। कुछ सरकार अनुदान देगी तो कुछ व्यवस्था स्वयं करनी होगी।

सवाल: गोवंशों की बढ़ती संख्या पर सरकार कुछ कर रही है या नहीं। इनके प्रकोप से फसल को कैसे बचाया जाए। (सुनीता देवी, पचोखरा)

जवाब: ग्रामसभा स्तर पर आश्रय स्थल खोले जा रहे हैं। इसमें सरकार के साथ-साथ स्वयं को भी भागीदार बनाना होगा।

सवाल: हमारे गांव में टीकाकरण के लिए टीम नहीं आई। (लाखन ¨सह निगम, बसई मुहम्मदपुर)

जवाब: अब मार्च में अभियान शुरू होगा। यदि टीम न आए तो बताना।

सवाल: यदि हम कुछ बेसहारा पशुओं को आश्रय दे भी दें तो बीमार पड़ने पर उनके उपचार की व्यवस्था कैसे होगी। (प्रमोद शर्मा, सुहाग नगर)

जवाब: इलाज के लिए आप हमें फोन नंबर 05612-285065 पर फोन करें, हम टीम भेजकर निश्शुल्क इलाज कराएंगे।


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