Move to Jagran APP

जान जोखिम में मत डालिए, सड़क पर चलते समय बरतें सावधानियां

हाईवे हो या शहर के अंदर की सड़कें, हर तरफ ट्रैफिक है। सड़क पर चलते समय जरा सी असावधानी बरती तो हादसा हो सकता है। ऐसे में यातायात के नियमों का पालन करें और सुरक्षित रहें।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 11:05 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 11:05 PM (IST)
जान जोखिम में मत डालिए, सड़क पर चलते समय बरतें सावधानियां
जान जोखिम में मत डालिए, सड़क पर चलते समय बरतें सावधानियां

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: हाईवे हो या शहर के अंदर की सड़कें, हर तरफ वाहनों का शोर है। सुबह से लेकर रात तक छोटे-बड़े हजारों वाहन गुजरते हैं। ऐसे में जरा सी असावधानी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। इसलिए जान को जोखिम में डालकर सफर तय करने के बजाय संभलकर चलें। यातायात के नियमों का पालन करें और सुरक्षित रहें।

loksabha election banner

हाईवे और लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर आए दिन हादसे होते हैं, लेकिन कोहरा-धुंध पड़ने के दौरान इनकी संख्या बढ़ जाती है। करीब-करीब रोजाना ही हादसे होते हैं। इसका प्रमुख कारण यातायात के नियमों की अनदेखी भी है। वाहनों की गति को नियंत्रित रखना भी जरूरी है।

हाईवे पार करते समय पैदल राहगीर ये सावधानी बरतें: यातायात व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने वाले सब इंस्पेक्टर देवेंद्र ¨सह ने बताया कि हाईवे पर हर समय वाहनों का लोड रहता है। लोग सड़क पार करने में बिना देखे दौड़ लगा देते हैं या वाहनों को रोकने का इशारा करते हुए सड़क पार करते हैं। ऐसे में अचानक ब्रेक न लग पाने के कारण हादसा हो जाता है। राहगीरों को सड़क पार करते समय दाएं-बाएं तीन बार देखना चाहिए। आसपास वाहन नजर नहीं आने पर ही राहगीरों को जेब्रा लाइन की तरफ से कदम बढ़ाना चाहिए। सड़क पार करने के दौरान यदि कोई वाहन आ जाए तो दौड़ें नहीं, बल्कि धीमी रफ्तार से कदम बढ़ाएं। इससे हादसा होने से बच जाएगा।

अन्य सड़क पार करते समय ये सावधानी जरूरी: पैदल राहगीर बाईं तरफ फुटपाथ पर ही चलें। यदि कहीं फुटपाथ नहीं है तो सड़क के बिल्कुल किनारे से दूरी तय करनी चाहिए। इसके अलावा ट्रैफिक के नियमों का पालन करना भी जरूरी है।

महीने में औसतन 130 घायल आते हैं ट्रॉमा सेंटर: ट्रॉमा सेंटर पर तैनात डॉक्टर विक्की कुमार के अनुसार, हर महीने सड़क हादसों में घायल औसतन 130 लोग इलाज के लिए यहां लाए जाते हैं। इनमें से अनेक को आगरा रेफर करना पड़ता है। हादसों में तमाम लोग दम तोड़ देते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.