फिरोजाबाद, जागरण टीम, (राजीव शर्मा)। उत्तम की उम्मीद में लगे लोग बेहतरी की राह निकाल ही लेते हैं। आलू के भंडारण को परेशान किसानों के लिए ऐसी ही राह जिलाधिकारी रवि रंजन ने निकाल दी है। खड़गपुर के आइआइटीयन रवि रंजन ने ऐसा एप तैयार किया है, जिससे आलू को कोल्ड स्टोरेज में रिजर्वेशन मिल रहा है। कोल्ड स्टोरेज की लोकेशन और आरक्षण की स्थिति एक स्कैन में मोबाइल स्क्रीन पर आ जाती है। किसान क्यूआर कोड से स्कैन कर इस एप का लाभ उठा रहे हैं।

150 से ज्यादा कोल्ड स्टोरेज संचालित

फिरोजाबाद में इस वर्ष 16.50 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा आलू की पैदावार हुई है। बाजार में आलू को सही भाव नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में किसान फसल का भंडारण करा रहे हैं। कोल्ड स्टोरेज में खाली जगह की संभावना, उनकी स्थिति की जानकारी करने में किसानों को होने वाली परेशानी से बचाने के लिए जिलाधिकारी रवि रंजन ने नई पहल की।

मोबाइल एप करवाया तैयार

रवि रंजन ने फिरोजाबाद कोल्ड स्टोरेज इंफारमेशन सिस्टम (सीएसआइएस) नाम से मोबाइल एप तैयार करवाया। इसका क्यूआर कोड भी बनवाया है। इसे मोबाइल से स्कैन करने पर नजदीक के कोल्ड स्टोरेज की सूची और उसमें जगह की जानकारी मिलती है। किसानों की सुविधा के लिए क्यूआर कोड गांवों में जगह-जगह चस्पा कराए गए हैं।

एप से मिल रहीं ये सुविधाएं

  • किसानों को क्यूआर कोड स्कैन करने पर ये पता चलता है कि उनके गांव के नजदीक कौन-कौन से कोल्ड स्टोरेज हैं।
  • जिले के सभी कोल्ड स्टोरेज की विस्तृत जानकारी है और हर दिन के शेष स्पेस का अपडेट मिलता है।
  • कोल्ड स्टोरेज प्रबंधकों के फोन नंबर एप पर रहते हैं, जिससे किसान उनसे सीधे संपर्क में रहते हैं।
  • एप से कोल्ड स्टोरेज का गेट पास मिल जाता है। साथ ही किसी भी परेशानी पर शिकायत करने की व्यवस्था भी है।

एक नजर में आलू की खेती

  • 2.12 लाख मीट्रिक टन आलू एप से बुक कराया गया है 15 मार्च तक
  • 160 किसानों ने कराई है बुकिंग
  • 55 हजार हेक्टेयर में आलू बोया गया है इस बार
  • 160 कोल्ड स्टोरेज हैं जिले में
  • 148 कोल्ड स्टोरेज चालू हैं इस समय
  • 14.50 लाख मीट्रिक टन क्षमता है इन कोल्ड स्टोरेज की

‘जिले के आलू किसानों की सुविधा के लिए मोबाइल एप तैयार कराया गया है। बड़ी संख्या में किसान इसका उपयोग का परेशानी से बच रहे है। एप पर आने वाली किसानों की शिकायतों के निस्तारण के लिए उद्यान विभाग की टीम बनाई गई है। किसान अधिक से अधिक इस एप का उपयोग करें।’ रवि रंजन, डीएम 

Edited By: Abhishek Saxena