पत्नी ने अपने सामने प्रेमी से कराया था दिलीप का कत्ल
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। भाजपा नेता के भाई के कत्ल में उसकी पत्नी का ही हाथ था। पुलिस ने उसे प्रेमी के साथ गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश कर दिया। पत्नी ने अपने सामने पति की हत्या कराई थी। घटना के आरोपितों को पुलिस ने जेल भेज दिया।
जासं, फीरोजाबाद: भाजपा नेता के भाई के कत्ल में उसकी पत्नी का ही हाथ था। उसके सामने ही प्रेमी ने चाकू के ताबड़तोड़ वार करके पति को मौत के घाट उतार दिया। घटना को दूसरा मोड़ देने के लिए मृतक का संवेदनशील अंग भी काट दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस लाइन सभागार में मंगलवार को पत्रकार वार्ता के दौरान एसएसपी स¨चद्र पटेल ने बताया कि नई बस्ती निवासी भाजपा नेता अनिल शर्मा के भाई दिलीप शर्मा का शव दो सप्ताह पूर्व लाइनपार थाना क्षेत्र में रेलवे ट्रैक के पास मिला था। मामले में पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई, मगर जांच में नामजदों के खिलाफ कोई सुबूत नहीं मिले। मृतक का संवेदनशील अंग काटे जाने से शक की सुई अवैध संबंधों पर घूम रही थी। इसके लिए दिलीप की पत्नी आरती के मोबाइल फोन को खंगाला गया तो सबसे ज्यादा कॉल एक नंबर पर ही किए गए थे। यह मोबाइल नंबर गौरव पुत्र रामशंकर निवासी रामपुरा कुर्रा थाना करहल, मैनपुरी का था। गौरव आरती का रिश्ते में भाई लगता था। दिलीप के मोबाइल पर आखिरी कॉल गौरव की ही थी। पुलिस ने आरती की निगरानी बढ़ा दी। मंगलवार दोपहर आरती घर से निकली और रेलवे स्टेशन पहुंच गई, वहां पर गौरव के साथ भागने की फिराक में थी। तभी दोनों को हिरासत में ले लिया।
बकौल एसएसपी, आरती ने बताया कि गौरव से उसके कई वर्ष पहले से संबंध हैं। घर पर उसका आना-जाना था। कई बार दिलीप ने उन दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। घटना वाली रात करीब साढ़े नौ बजे गौरव ने दिलीप को फोन कर लेबर कॉलोनी के पीछे बुलाया था। पीछे-पीछे मैं (आरती) वहां पहुंच गई। गौरव ने चाकू से ताबड़तोड़ वार करके दिलीप की हत्या कर दी। घटना को दूसरा मोड़ देने के लिए उसका संवेदनशील अंग भी काट दिया था। इसके बाद गौरव मैनपुरी भाग गया और मैं अपने घर चली आई। प्रेसवार्ता के दौरान एसपी ग्रामीण महेंद्र कुमार भी मौजूद रहे। फूट-फूटकर रोई आरती
आरती हत्या के बाद इस तरह नाटक करती रही कि परिवार वालों को किसी भी तरह भनक नहीं लगी। पहली बार तो पुलिस भी कुछ समझ नहीं पाई। पुलिस हिरासत में आने के बाद पूछताछ हुई तो वारदात कुबूली। एसओ लाइनपार संजय ¨सह ने जब परिवार वालों को बुलाने की बात की तो वह फूट-फूटकर रो पड़ी। उसका कहना था कि अब मैं किसी भी परिजन या रिश्तेदार से निगाह नहीं मिला सकूंगी। इसलिए किसी को न बुलाया जाए।
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नौ वर्ष पहले हुई थी शादी
आरती ने बताया कि नौ वर्ष पूर्व दिलीप से शादी हुई थी। दोनों की पांच साल की बेटी है। मायके वाले उसकी बेटी को अपने साथ ले गए। आरती का मायका शहर के आसफाबाद में है।