गोशाला में गोवंशी की मौत के बाद भी बेकदरी, एक निलंबित
दफनाने के लिए गड्ढा तक नहीं खोदा शवों पर ऊपर से डाल दी मिट्टी हाथवंत ब्लाक कार्यालय परिसर में बनी गोशाला का मामला डीएम सीडीओ पहुंचे।
जागरण टीम, फिरोजाबाद: योगी सरकार के बार बार निर्देशों के बाद भी गोशालाओं की व्यवस्था नहीं सुधर रही हैं। हाथवंत ब्लाक कार्यालय परिसर में बनी गोशाला में घायल गोवंशी की भूख प्यास से मौत हो गई। इसके बाद अंतिम संस्कार में भी शवों की बेकदरी की गई। शवों पर थोड़ी सी मिट्टी डाल कर छोड़ दिया गया। रविवार की दोपहर डीएम और सीडीओ ने जायजा लेने के बाद पशु चिकित्सा अधिकारी को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।
गर्मी से हर कोई व्याकुल है। सरकार के निर्देश हैं कि गोशालाओं में रह रहे बेसहारा गोवंशी को गर्मी के प्रकोप से बचाने के इंतजाम किए जाएं। इसके बाद भी हाथवंत ब्लाक कार्यालय में बनी गोशाला में कोई व्यवस्था नहीं की गई। भूसा, चारा और पानी समय से न मिलने से यहां रखे गए गोवंशी मर रहे हैं। शुक्रवार को भी तीन गोवंशी की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद उनके शवों को वहीं पर दफना दिया गया, लेकिन इसके लिए गड्ढा भी ठीक से नहीं खोदा गया। खोदी गई मिट्टी ही शवों के ऊपर डाल दी गई। जिससे मृत गोवंशी के अंग बाहर से नजर आ रहे थे। दुर्गंध भी आने लगी थी।
शनिवार को ये मामला इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद रविवार की दोपहर डीएम सूर्यपाल गंगवार और सीडीओ चर्चित गौड़ गोशाला का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्हें गोवंशी के रख-रखाव, उपचार और चारे की व्यवस्था खराब मिली। इस पर नाराजगी जताते हुए डीएम ने पशु चिकित्सा अधिकारी अनेक सिंह को निलंबित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव और लेखपाल को भी फटकार लगाई। डीएम ने उन्हें निर्देश दिए कि भूसा, हरा चारा और दाने की व्यवस्था के साथ छाया के लिए टिन शेड भी बनवाएं। पास के तालाब में गायों के लिए पानी भरवाने और खाली पड़ी जमीन पर हरे चारे की बोआई के निर्देश दिए।