एआरएम के आदेश भी नहीं लगा पाए बसों में ब्रेक
सुहाग नगरी से गुजरने वाली बसें हाईवे होकर गुजर जाती हैं। शासन में शिकायत पर दो कर्मचारी हाईवे चौराहे पर तैनात किए,लेकिन फिर भी बसें स्टैंड नहीं पहुंच रही हैं।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: सुहाग नगरी से यूपी के जनपदों के लिए ही नहीं, नेपाल के लिए भी सरकारी बस सेवा है। 24 घंटे में 300 बसें शहर से होकर गुजरती हैं। इसके बाद भी स्टैंड परिसर में सन्नाटा रहता है। वजह चालक-परिचालकों की मनमानी है। अधिकतर बसें हाईवे होकर सीधे गुजर जाती हैं। एआरएम का निर्देश भी चालक-परिचालक मानने को तैयार नहीं हैं। विधायक द्वारा शासन में की गई शिकायत भी रंग नहीं ला सकी।
दिल्ली, आगरा और मथुरा डिपो की बसें ही स्टैंड परिसर में आती हैं। शिकोहाबाद, इटावा समेत अन्य डिपो की बसें हाईवे से गुजर जाती हैं और राहगीर बसों का इंतजार करते रह जाते हैं। जबकि हाईवे से स्टैंड परिसर की दूरी मात्र 100 मीटर है। सदर विधायक मनीष असीजा ने बीते माह इसकी शिकायत शासन और शिकोहाबाद डिपो के एआरएम राकेश कुमार से की थी। इस पर एआरएम ने बीते सप्ताह बस स्टैंड पर कार्यरत सरस्वती और प्रेमचंद्र की ड्यूटी हाईवे स्थित सुभाष तिराहे पर बसों को स्टैंड परिसर में भेजने के लिए लगाई थी, लेकिन नतीजा शून्य रहा। बसें हाईवे होकर आगरा और शिकोहाबाद की तरफ आ-जा रही हैं। बुधवार पूरे दिन यहां सन्नाटा रहा। राहगीर परेशान होकर लौटते रहे।
आदेश पर आदेश, लेकिन कार्रवाई शून्य :एआरएम राकेश कुमार ने नौ मई, 15 जून और छह सितंबर को जारी अपने आदेश में चालक-परिचालकों को बसें स्टैंड परिसर में लाकर एंट्री कराने को कहा था, लेकिन वह इस पर अमल नहीं कर रहे हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई भी नहीं की जाती।
मनमानी करने वाले चालक-परिचालकों के खिलाफ लिखित शिकायत के लिए बस स्टैंड प्रभारी चंद्र प्रभा भदौरिया को निर्देशित किया है।-राकेश कुमार, एआरएम