हॉस्पिटल से भागने की कोशिश करने वाले कोरोना संक्रमित की मौत, हंगामा
हॉस्पिटल से भागने की कोशिश करने वाले कोरोना संक्रमित की मौत हंगामा
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: बुधवार देर रात कोविड हॉस्पिटल से भागने की कोशिश करने वाले संक्रमित मरीज की पकड़े जाने के छह घटे बाद मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। स्वजन ने डॉक्टरों और पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। वहीं कोविड हॉस्पिटल प्रशासन ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है। शव का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया।
शहर के कबीर नगर खेड़ा निवासी 55 वर्षीय व्यक्ति को सोमवार की रात संक्रमित पाए जाने पर कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। बुधवार रात लगभग साढ़े 11 बजे वह हॉस्पिटल के प्रथम तल के कमरे की खिड़की तोड़कर पाइपलाइन के सहारे उतर आया। हाथ में रॉड लेकर वह घूम रहा था, तभी स्टाफ की नजर पड़ गई। गार्ड के रोकने पर संक्रमित ने उसके सिर में रॉड मारकर घायल कर दिया था। पुलिस ने घेराबंदी कर ली, मगर संक्रमित होने के कारण नजदीक जाने से हॉस्पिटल स्टाफ बचता रहा। इसके बाद पुलिस ने पीपीई किट पहनकर उसे काबू किया। इसके बाद एंबुलेंस से उसे एफएच मेडिकल कॉलेज में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड के लिए भेजा। समान कैटेगिरी के हॉस्पिटल होने के कारण वहा उसे भर्ती करने से इन्कार कर दिया गया। रात लगभग दो बजे वापस लाकर मेडिकल कॉलेज के वार्ड में भर्ती कराया, जहा सुबह उसकी मौत हो गई। मृतक की बेटी और भाभी भी संक्रमित हैं और इसी हॉस्पिटल के दूसरे वार्ड में भर्ती हैं।
सुबह लगभग साढ़े 10 बजे सूचना पर पहुंचे परिवार वालों ने हंगामा करते हुए हत्या के आरोप लगाए। उनका कहना था कि रात में पुलिस ने पीटा, जिसके चलते वह घायल हुए थे और उनकी मौत हो गई। हंगामे की सूचना पर सीओ डॉ अरुण कुमार, थाना प्रभारी उत्तर नीरज मिश्रा फोर्स के साथ पहुंच गए और परिवार वालों को किसी तरह समझाकर शात कराया। शाम चार बजे पुलिस की सुरक्षा में अंतिम संस्कार कर दिया गया। एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह का कहना है आरोपों की जाच कर समुचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के सीएमएस डॉ आलोक शर्मा का कहना है कि कोरोना संक्रमित की मौत हार्टअटैक से हुई है। इसलिए पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया। अन्य सभी तरह के आरोप निराधार हैं।