दखल से बेदखल हुआ गंदगी का दाग
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: दैनिक जागरण का मिशन 1000 टन अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: दैनिक जागरण का मिशन 1000 टन अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है। एक अक्टूबर से लगातार चल रहे अभियान से लोगों में जागरूकता बढ़ी है। गंदगी से निजात पाने के लिए अब वे खुद पहल कर रहे हैं। बुधवार को मुहल्ला दखल में चला अभियान भी लोगों के इसी सहयोग के कारण सफल हुआ। दैनिक जागरण और नगर निगम की टीम ने वहां सफाई अभियान शुरू किया तो क्षेत्र की महिलाएं भी झाड़ू लेकर घरों से निकल आईं। इसके बाद दखल (आनंद नगर खेड़ा) से गंदगी के ढेर बेदखल होने में देर नहीं लगी।
कूड़े के ढेर के किनारे रहकर जीवन जीना क्या होता है? ये जानना हो तो दखल और आनंद नगर खेड़ा में रहने वालों से पूछिए। यहां लोग खुली हवा में सांस भी ठीक से नहीं ले पाते थे। खाली पड़े बड़े मैदान में पड़ा शहर भर का कूड़ा यहां बने मकानों की दहलीज पर टकराता रहता था। उसे दूर करने के लिए महिलाएं और बच्चे दिन में कई बार झाड़ू लगाते हैं। इसके बाद भी उन्हें दुर्गंध से निजात नहीं मिलती। मक्खी और मच्छरों के झुंड उन्हें चैन से सोने नहीं देते। यहां कई बीघा में फैले मैदान में कूड़े के ढेर लगे थे। जिन पर दिन भर आवारा जानवर विचरण करते रहते थे।
क्षेत्रीयजनों का यह दुख दूर करने के लिए दैनिक जागरण ने बुधवार को यहां अभियान चलाया। जागरण की टीम सुबह साढ़े सात बजे दखल पहुंची। वहां रहने वालों को अभियान की जानकारी दी तो उनमें खुशी की लहर दौड़ गई। महिलाएं, बच्चे और पुरुष सहयोग को तैयार दिखे। कुछ देर में नगर आयुक्त कमलेश कुमार और अपर नगर आयुक्त अपनी पूरी टीम के साथ वहां आ गए। नगर आयुक्त ने पहले क्षेत्रीयजनों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। उन्होंने आश्वासन दिया कि नगर निगम की तरफ से अब यहां कूड़ा नहीं डाला जाएगा, लेकिन ये आप की भी जिम्मेदारी है कि सफाई होने के बाद यहां कोई गंदगी नहीं फेंकेगा।
क्षेत्रीयजनों द्वारा सहमति जताने के बाद मैदान से गंदगी हटाने का काम शुरू हो गया। कूड़े के टीले ध्वस्त कर दिए। दो दर्जन से अधिक सफाई कर्मचारी और जेसीबी मशीने के सहयोग से मैदान को पूरी तरह समतल करा दिया गया। जिसे देख वहां रहने वाले लोगों के चेहरे खिल गए। इस दौरान मुख्य सफाई निरीक्षक इंद्रजीत ¨सह, स्वच्छता निरीक्षक नत्थीलाल कुशवाहा मौजूद रहे।
महिलाओं, बच्चों ने बीनी पॉलीथिन
जागरण और नगर निगम के अभियान से कदम से कदम मिलाते हुए आनंद नगर खेड़ा और दखल की महिलाओं ने मैदान में दबी पॉलीथिन बीनी। उनके साथ बुजुर्ग महिलाएं और बच्चे भी यह काम करते नजर आए। इस अभियान में सुशीला, संजीव कुमार, किरन देवी, ओमवती, शीतल, मुन्नी, मीना, रेशमा, विद्या, पुष्पा, कृष्णा, गीता, सीता, मुन्नालाल, एवरन ¨सह, विद्याराम, राकेश कुमार, हरीश कुमार, विनोद कुमार, दलवीर ¨सह आदि कई लोगों ने सहयोग दिया।