टेंडर मैनेज प्रकरण में विधायक ने घेरे अफसर
फीरोजाबाद: नगर विधायक ने डीएम को भेजा पत्र, कहा-अफसरों की भूमिका की हो जांच, कर्मचारियों व अफसरों को दबाव में लेने वाले ठेकेदारों पर भी होगी कार्रवाई।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: जलकल विभाग में करीब 95 लाख के टेंडर को मैनेज करने की कोशिश फेल होने के जागरण के खुलासे के बाद निगम में खलबली मची हुई है। आनन-फानन में निगम ने फिर से टेंडर प्रकाशित किए, तो पूरे प्रकरण में नगर विधायक मनीष असीजा ने सख्त रुख अपनाते हुए डीएम को पत्र लिख कर इसे निगम व शासन की छवि धूमिल करने का प्रयास बताते हुए जांच और कार्रवाई के लिए कहा है।
नगर विधायक ने डीएम को भेजे पत्र में कहा कि नगर निगम की टेंडर प्रक्रिया के तहत कम से कम एक ऐसे समाचार पत्र में प्रकाशन जरूरी है जिसका व्यापक प्रचार-प्रसार हो। वहीं जलकल विभाग के टेंडर की प्रक्रिया में पूर्ण रूप से विभागीय अधिकारियों के द्वारा पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उक्त प्रक्रिया निजी हित साधने के लिए की गई प्रतीत होती है। इसके जिम्मेदार अफसरों पर सख्त कार्रवाई की जाए। नगर निगम के सभी कार्य में पारदर्शिता व क्रियाशीलता पर जोर देते हुए कहा कि अधिकारियों सहित कर्मचारियों को दबाव में लेकर मनमानी करने और नियम व गुणवत्ता विरुद्ध कार्य करने वालों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई की जाए। वहीं विधायक ने कहा कि पुराने स्वीकृत विकास कार्यों को तत्काल प्रारंभ कराया जाए। वहीं जिन अधिकारियों के कारण काम में देरी हुई है और जनता को परेशानी हुई है उन ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। खराब गुणवत्ता से काम कराने वालों पर भी कार्रवाई के लिए कहा है।
ठेकेदारों में अफरा-तफरी, पुराने टेंडर की भी हो जांच
इधर टेंडर को मैनेजर करने वाले ठेकेदारों में जागरण के खुलासे के बाद अफरा-तफरी मच गई है। कई ठेकेदार अब तक टेंडर निगम के अधिकारियों के साथ मिलकर इसी तरह से मैनेजर कराते थे। पूर्व में भी इस तरह से कई टेंडर मैनेजर किए गए हैं। अगर प्रशासन पूर्व में निगम द्वारा जारी टेंडर की प्रक्रिया की जांच कराए तो कई बड़े खेल सामने आ सकते हैं।