बीडीओ और पंचायत सचिव ने ज्ञान के जीवन में जलाया उम्मीदों का प्रकाश
फीरोजाबाद (जागरण संवाददाता) : दोनों पैरों से दिव्यांग छात्र के जीवन में दिवाली से पहले उम्मीदों का दीप जला है। अंत्योदय कार्ड न होने के कारण उसे दिल्ली के एम्स में भर्ती नहीं किया जा रहा था। बीडीओ और पंचायत सचिव ने उसकी मदद की और इस ओर प्रयास कर कार्ड बनवाया। सोमवार को वह एम्स में भर्ती होगा, जहां उसका ऑपरेशन होना है।
फीरोजाबाद (जागरण संवाददाता) : दोनों पैरों से दिव्यांग छात्र के जीवन में दिवाली से पहले उम्मीदों का प्रकाश हुआ है। एम्स में पैरों का आपरेशन कराने के लिए अंत्योदय कार्ड की जरूरत थी। ब्लॉक अधिकारियों की पहल से पूरा हुआ। वह उपचार के लिए दिल्ली रवाना हो गया है।
फीरोजाबाद ब्लॉक की ग्राम पंचायत जलोपुरा में छोटा सा गांव दरिगपुर है। यहां ज्ञानेंद्र उर्फ ज्ञान प्रकाश (18) पुत्र बाबूलाल यादव रहता है। वह इंटर विज्ञान का छात्र है। दोनों पैर खराब होने के बाद भी सात किलोमीटर दूर गुरदयाल ¨सह इंटर कॉलेज में पढ़ने जाता है। ज्ञानेंद्र ने कुछ माह पूर्व एम्स में चेकअप कराया। वहां चिकित्सकों ने ऑपरेशन की सलाह दी। दो लाख रुपये तक का खर्च बताया।
गरीब परिवार के लिए यह रकम जुटाना मुश्किल था। वहां के चिकित्सकों ने बताया कि अंत्योदय कार्ड हो तो इलाज निश्शुल्क हो सकता है। परिवार के पास बीपीएल तो दूर साधारण कार्ड भी नहीं था। ऐसे में परिवार ने उम्मीद छोड़ दी। ज्ञानेंद्र इलेक्ट्रोनिक ट्राइसाइकिल के लिए आवेदन करने ब्लॉक कार्यालय गया। वहां बीडीओ प्रभात मिश्रा ने अंत्योदय राशन कार्ड दिलाने का वादा किया। पंचायत सचिव साबिर अली को जिम्मेदारी सौंपी। डीएम नेहा शर्मा व सीडीओ नेहा जैन ने भी मदद की। इसके बाद कार्ड बन सका। दिल्ली रवाना हुआ परिवार
शनिवार को बीडीओ ने ज्ञानेंद्र के घर जाकर राशन कार्ड दिया। इसके बाद परिवार रविवार रात दिल्ली रवाना हो गया। माता-पिता का कहना है कि उनके लिए दिवाली से ज्यादा बेटे की खुशहाल ¨जदगी है।