फर्जी शिक्षक नहीं हो सके बर्खास्त
फीरोजाबाद जागरण संवाददाता। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बेसिक शिक्षा परिषद सचिव का भी फरमान ठंडे बस्ते में डाल दिया। उन्होंने जिले में बीएड की फर्जी डिग्री से नौकरी कर रहे 157 में से 22 शिक्षक शिक्षिकाओं को 25 जून तक बर्खास्त करने के निर्देश दिए थे लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो सका। इस पर सचिव ने नाराजगी व्यक्त की है।
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बेसिक शिक्षा परिषद सचिव का भी फरमान ठंडे बस्ते में डाल दिया। उन्होंने जिले में बीएड की फर्जी डिग्री से नौकरी कर रहे 157 में से 22 शिक्षक, शिक्षिकाओं को 25 जून तक बर्खास्त करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो सका। इस पर सचिव ने नाराजगी व्यक्त की है।
बेसिक शिक्षा विभाग में दर्जनों की संख्या में फर्जी अंक पत्रों के सहारे शिक्षक, शिक्षिकाएं नौकरी कर रही हैं। दो वर्ष पूर्व शिकायत होने पर एसआइटी ने जिले में तैनात 157 शिक्षक, शिक्षिकाओं की अंक तालिकाओं की जांच शुरु की। विभागीय अधिकारियों ने सभी को स्पष्टीकरण जारी किए, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया। लोकसभा चुनाव से पहले एसआइटी ने बेसिक शिक्षा परिषद सचिव रूबी सिंह को नई सीडी उपलब्ध कराई। जिसमें 22 शिक्षक, शिक्षिकाओं की सत्र 2004-05 की बीएड की डिग्री फर्जी पाए जाने पर कार्रवाई को कहा था।
सचिव ने जून के दूसरे सप्ताह में बीएसए को निर्देश दिए थे कि संबंधितों को 25 जून तक बर्खास्त करते हुए रिपोर्ट भेजी जाए, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो सका। इस पर सचिव ने नाराजगी व्यक्त करते विभागीय अधिकारियों को चेतावनी दी है।
पुलिस की गिरफ्त से दूर आधा दर्जन फर्जी शिक्षक:
फर्जी अंकतालिका लगाकर नौकरी पाने वाले लगभग दस शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। जिनमें से सिर्फ एक फर्जी शिक्षक को जेल भेजा गया है। शेष शिक्षकों पर एफआइआर दर्ज होने के बाद भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं, वहीं विभागीय अधिकारी रिकवरी भी नहीं कर सके हैं। टूंडला में हैं सबसे अधिक फर्जी शिक्षक:
विभाग द्वारा जारी किए गए नोटिस के आधार पर टूंडला ब्लॉक में छह, एका में तीन, फीरोजाबाद में पांच, मदनपुर में दो, जसराना में दो, नारखी में तीन और अरांव ब्लॉक में एक फर्जी शिक्षक है।
एसआइटी द्वारा दी गई नई सीडी में 22 शिक्षक, शिक्षिकाओं को अंतिम नोटिस दिया था। कुछ ने जवाब दिया है, लेकिन संतोष जनक नहीं है। फिलहाल बीएसए छुट्टी पर हैं। उनके आने पर कार्रवाई होगी।
विनोद कुमार पांडे, प्रभारी बीएसए