डीएम की बैठक में नहीं पहुंचे 8 बैंक अधिकारी
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : जिलाधिकारी की सख्ती के बाद भी बैंक अधिकारियों का रवैया नहीं सुधर रहा है
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : जिलाधिकारी की सख्ती के बाद भी बैंक अधिकारियों का रवैया नहीं सुधर रहा है। वे सरकार की प्रमुखता वाली कामधेनू और मिनी कामधेनू योजना के सफल में होने में बाधक बने हुए हैं। मंगलवार की शाम हुई समीक्षा बैठक में डीएम की नाराजगी से बचने के लिए 8 बैंकों के प्रतिनिधि गैर हाजिर रहे।
विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने समीक्षा शुरू की तो कामधेनू योजना में ऋण स्वीकृति के मामले में उन्हें कोई प्रगति नजर नहीं आई। वहीं मिनी कामधेनू योजना में भी पंद्रह दिन में मात्र चार ऋण ही स्वीकृत हुए हैं। इस योजना में 55 आवेदक को ऋण स्वीकृत करने का लक्ष्य है, लेकिन अभी तक 16 को स्वीकृति एवं 5 को प्राथमिक स्वीकृति ही हुई है। 34 फाइलें अब भी लंबित पड़े हैं।
डीएम ने नाराजगी जताते हुए कहा कि वे एक दिसंबर को फिर से समीक्षा करेंगे। तब तक अधिक से अधिक आवेदनों का निस्तारण कर दें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सुजीत कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सुनील कुमार, अग्रणी बैंक प्रबंधक साधु चरन सिंह उपस्थित रहे।
इन बैंकों के प्रतिनिधि रहे गैर हाजिर
बैठक में शिकोहाबाद क्षेत्र की पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, ओबीसी बैंक के साथ ही ग्रामीण आर्याव्रत बैंक मुस्तफाबाद, ग्रामीण आर्याव्रत बैंक जौंधरी, आर्याव्रत बैंक निजामपुर गेहुआ के शाखा प्रबंधक अनुपस्थित रहे। डीएम ने इन पर कार्रवाई के लिए अग्रणी बैंक के प्रबंधक को निर्देश दिए हैं।