सेवा के अंशदान से बुना सुरक्षा का जाल
-वेतन के अंश से बन रहे फील्ड कर्मचारियों के म
विनोद मिश्र, फतेहपुर
कोरोना को हराने के लिए हसवां ब्लाक के स्वास्थ्य कर्मियों ने अलग अंदाज में जंग छेड़ दी है। वह आपस में अंशदान कर रोजाना 50-60 मास्क बनाकर न सिर्फ स्वास्थ्य कर्मियों बल्कि मरीजों को भी वितरित करा रही हैं। उनका फोकस खास तौर पर गर्भवती महिलाओं, श्वांस, टीबी रोगियों पर है। डीएम संजीव सिंह ने उनकी पहल की सराहना की है।
हसवा ब्लाक में 152 आशा और 10 सरकारी एंबुलेंस चालक हैं। 24 एएनएम भी इसी ब्लाक क्षेत्र में सेवारत हैं। इन सभी हर दिन कई तरह के रोगियों के संपर्क में आते हैं। कोरोना से जंग में इन्हें बचाने के लिए एएनएम सुजाता देवी, ब्लाक की आशा संगिनी शीला व आशा बहू कामना ने मास्क निर्माण शुरू किया है। वह और उनके सहकर्मी वेतन से कपड़ा, धागा, इलास्टिक आदि खरीदने के लिए अंशदान करती हैं। वह आशाओं व एएनएम तथा एंबुलेंस के चालकों को मास्क देकर जागरूक करती हैं कि जब किसी भी बीमार के संपर्क में जाएं तो मास्क जरूर लगाएं। इसी तरह गर्भवती महिलाओं, श्वांस और टीबी रोगी में कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है, इसलिए उन्हें मास्क देकर सतर्क कर रही हैं। अब तक करीब 600 मास्क वितरित किए जा चुके हैं और अभियान अनवरत जारी है।
स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा अहम : सीएमओ
सीएमओ डा. उमाकांत पांडेय ने कहा कि आशा व एएनएम को दो-दो मास्क सरकारी तौर पर दिए गए हैं। नियमित धुलाई-सफाई के कारण और मास्क की जरूरत भी पड़ती है। कर्मचारी खुद मास्क वितरण कर समाज में अच्छा संदेश दे रहे हैं। इससे उन लोगों में भी जागरुकता आएगी, जो बिना मास्क के घूमते हैं।