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फतेहपुर में महिला ने खाया जहरीला पदार्थ

बिदकी कोतवाली के छोटी बाजार खजुहा निवासी संजय की 20 वर्षीय पत्नी माया देवी ने रविवार को घ्

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 11:19 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 11:19 PM (IST)
फतेहपुर में महिला ने खाया जहरीला पदार्थ

बिदकी : कोतवाली के छोटी बाजार खजुहा निवासी संजय की 20 वर्षीय पत्नी माया देवी ने रविवार को घरेलू कलह के चलते जहरीला पदार्थ पी लिया। हालत खराब होते देख स्वजनों ने इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया है। संस

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दुर्घटना में युवक घायल

बिदकी : औंग थाने के हाजीपुर गांव निवासी 32 वर्षीय ओमप्रकाश सविता किसी काम से बिदकी आए। यहां पर कुंवरपुर रोड में सड़क पार करते समय अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। जिससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया है। संस

सांड़ के हमले से वृद्ध घायल

बिदकी : कोतवाली के गंधर्पी गांव निवासी 70 वर्षीय रामचंद्र रविवार को खेतों की ओर जा रहे थे।इसी दौरान सांड़ ने वृद्ध पर हमला कर दिया। जिससे वृद्ध को गंभीर चोटें आईं हैं। स्वजनों ने इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया। इलाज के दौरान चिकित्सक ने हालत गंभीर देख जिला अस्पताल रेफर कर दिया है।संस

मौसम का बदला मिजाज, ठंड ने बढ़ाई मुसीबत

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: मौसम का मिजाज बदल गया है, दिन भर चटक धूप और सुबह-शाम ठंड बीमारियां बढ़ा रही है, जबकि शुरूआती ठंड फसलों के लिए फायदा पहुंचा रही है। ऐसे में बीमारी से बचाव के लिए जरूरी है कि सुबह-शाम की ठंड से बचा जाए। शादी का मौसम शुरू होने से आम से खास व्यक्ति देर रात तक घर से बाहर रहते हैं, शरीर में गर्म कपड़ों की कमी होने पर बीमार पड़ने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है। इस मौसम में ठंड से बचाव बेहद जरूरी है।

सीएमएस डॉ. प्रभाकर बताते हैं कि ठंड का शुरूआती मौसम बेहद संवेदनशील होता है, दरअसल इस मौसम में ठंड कब लग गयी लोग जान ही नहीं पाते। क्योंकि दिन में चटक धूप होने के कारण लोग गर्म कपड़ों से दूरी बना लेते हैं, जबकि शाम को यही लापरवाही भारी पड़ जाती है। इस समय प्रतदिन सात से आठ सौ मरीजों की ओपीडी होती है, जिसमें ज्यादा मरीज सर्दी, जुकाम और खांसी के ही आते हैं। अगर इस मौसम में गर्म कपड़ों के साथ ही रात की यात्रा के बचा जाए तो ऐसी बीमारियों से बचा जा सकता है। उधर यह ठंड फसलों के लिए बेहद लाभदायक है, उप कृषि निदेशक बृजेश सिंह ने बताया कि इस ठंड में गेहूं की फसल बोई जा रही है, जो बेहद उपयुक्त समय है। ठंड रहने से बीज ज्यादा तेजी के साथ प्रगति करता है, जबकि खेत की नमी भी बनी रहती है। शुरूआत की यह ठंड कोहरा रहित है जिस कारण यह सभी फसलों के लिए लाभदायक है। किसान इस मौसम का फायदा उठाएं और तेजी के साथ गेहूं की बुआई करें।


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