अहंकार का अंत हुआ तो बरसे नभ से फूल
संवाद सहयोगी बिदकी खजुहा कस्बे के ऐतिहासिक मेले में श्रीराम के हाथों अहंकारी रावण क
संवाद सहयोगी, बिदकी : खजुहा कस्बे के ऐतिहासिक मेले में श्रीराम के हाथों अहंकारी रावण का वध हुआ। लंका मैदान के टीले पर अहंकारी रावण के विशालकाय पुतले को खड़ा किया गया था। यहा से अट्ठाहस करता रावण जैसे ही युद्ध स्थल को बढ़ा, एकबारगी त्रेता युग की कहानी जीवंत हो उठी। इस दौरान भगवान राम व रावण के बीच रोमांचकारी युद्ध हुआ और अहं का अंत होते ही आसमान से फूलों की वर्षा होने लगी और जय श्रीराम के जयकारों से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा।
मेला मैदान में शुरू हुए संग्राम में रावण दल का एक-एक योद्धा मारा गया। लक्ष्मण व मेघनाद का युद्ध बहुत ही रोमांचक रहा। देर रात श्रीराम के हाथों रावण का वध हुआ। मेला मैदान में प्रदेश सरकार राज्यमंत्री कारागार जय कुमार सिंह जैकी, पूर्व मंत्री अमरजीत सिंह जनसेवक सहित अन्य जनप्रतिनिधि पहुंचे। सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल एसडीएम निधि बंसल, सीओ योगेंद्र सिंह मालिक मौजूद रहे। उधर मेला मैदान में व्यवस्था को कमेटी के दयाराम उत्तम, चमन गुप्ता, मनोज गुप्ता, करन उत्तम, टिन्नू दीक्षित सहित अन्य लोगों ने संभाला।
उधर, शहर में महानंद रामलीला कमेटी की ओर से बड़ा शिवाला राम विवाह का मंचन किया गया। स्थानीय महिलाओं ने वंदनवार गीत गाए। संतोष श्रीवास्तव के अलावा अन्य लोगों ने व्यवस्था संभाली।
पुलिस ने भांजी लाठी
खजुहा मेला मैदान में से जुड़े शराब ठेके से शराब पीकर आ रहे कुछ युवकों ने अव्यवस्था फैलानी शुरू कर दी। इस पर एसडीएम व सीओ पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। शराब पीने वालों पर जमकर लाठियां चलवाई। भगदड़ में तमाम लोगों के जूते व चप्पलें छूट गईं।