दो खंड शिक्षाधिकारी सत्यापन में जुटे, बढ़ी रफ्तार
जासं फतेहपुर सहायक अध्यापक की नौकरी पाने वाले अब आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।
जासं, फतेहपुर : सहायक अध्यापक की नौकरी पाने वाले अब आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। छह माह बाद भी पगार के दर्शन न होने से इन शिक्षकों का आर्थिक ताना-बाना चरमरा गया है। शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन के सुस्त काम के चलते इन्हें पगार नहीं मिल पा रही है।
शासन की ओर से की गई सहायक अध्यापक की भर्ती में जिले को 478 शिक्षक-शिक्षिकाएं मिली थीं। काउंसिलिग के जरिए इन्हें प्राथमिक विद्यालयों का आवंटन कर दिया गया। तक से यह शिक्षक-शिक्षिकाएं दायित्व निर्वहन में जुटे हुए हैं लेकिन विभाग अभी तक शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन पूरा न किए जाने के चलते वेतन नहीं दे पाया है। आए दिन यह शिक्षक-शिक्षिकाएं विभाग के चक्कर लगाने को मजबूर हो रहे हैं। मौजूदा समय में कोरोना संकट के चलते यह घर बैठने को मजबूर हैं। वेतन न मिलने के चलते प्रभावित शिक्षक-शिक्षिकाएं विभाग, शिक्षक संगठन और विधायक तथा मंत्रियों तक दौड़ लगा चुके हैं। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन के काम में दो नव नियुक्त बीईओ (खंड शिक्षाधिकारियों) को लगाया गया है। ताकि सत्यापन का काम पूरा किया जा रहा है।