डगरिया में संक्रामक बीमारी से दो की मौत, 60 बीमार
गाजीपुर-चौडगरा संवाद सूत्र स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए बीमारी की रोकथाम के तमाम दावे अब खोखले
गाजीपुर-चौडगरा संवाद सूत्र: स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए बीमारी की रोकथाम के तमाम दावे अब खोखले दिखाई देने लगे हैं। सेवरामऊ ग्राम पंचायत का मजरा डगरिया पिछले 15 दिन से बीमारी से जूझ रहा है, लेकिन आज तक यहां कोई टीम नहीं पहुंची। बेकाबू हो रही बीमारी से जहां अब तक दो बच्चियों की मौत हो चुकी है तो वहीं गांव में 60 से अधिक लोग बीमार है। उधर कोरसम गांव में दो दिन से संक्रामक बीमारी ने पैर पसार दिए हैं, जिससे गांव में दस से ज्यादा लोग बीमारी की चपेट में आ गए हैं।
60 से 70 परिवारों के डगरिया गांव में जगह-जगह जल भराव व गंदगी का अंबार है। गांव के तालाब से सड़ांध इस तरह से निकल रही कि यहां खड़ा होना मुश्किल है। गांव में प्राथमिक स्कूल बना हुआ है, जबकि पीने के पानी का सहारा हैंडपंप ही हैं। गांव में बीमारी ने 17 जुलाई की दस्तक दी थी, जब यहां के परिषदीय स्कूल में पढ़ने वाली कक्षा दो की छात्रा रूबी देवी की मौत हो गयी, इसके बाद गांव में एक-एक कर लोग बीमार होने लगे, 27 जुलाई को रूबी की सहेली रन्नो जो कक्षा दो की छात्रा की भी मौत हो गयी तो ग्रामीणों में दहशत फैल गयी। चूंकि बीते दस दिनों में बुखार, दस्त और सिरदर्द से बीमार होने वालों की संख्या 60 पार कर गयी हैं। अंधेर की बात यह है कि अब तक यहां किसी से संज्ञान नहीं लिया। गांव का सफाई कर्मी कल्लू यहां कागजों में तो तैनात है लेकिन वह गांव में सफाई कार्य के लिए नहीं आता, चूंकि उसे देवलान गोशाला अटैच किया गया है। उधर कोरसम गांव में दो दिनों पूर्व फैली संक्रामक बीमारी की चपेट में संजय, कुषमा, मनोरमा, दीपाली, शरद कुमार, सुरेखा, विशाल, नम्रता, अंकिता, विमलेश बीमार हैं। यह सभी बुखार, उल्टी व दस्त से पीड़ित हैं। गांव के चुन्ना सिंह ने बताया मरीजों की संख्या हर दिन बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें अब तक गांव नहीं पहुंची है। गांव की नालियों में दवा का छिड़काव नहीं कराया गया। पीएचसी के चिकित्सा प्रभारी डॉ. विपुल शुक्ला ने बताया कोरसम गांव में बीमारी की जानकारी नहीं है। यह लोग हैं बीमार
गांव में तेज बुखार से अजमेरी-15 वर्ष, सुभान-26 वर्ष, कायनात-16 वर्ष, चांदबानों-तीन वर्ष, सानिया-दस वर्ष, नजराना-32 वर्ष, सकीना-12 वर्ष, फिजा-एक वर्ष, रहीशुल-50 वर्ष, रागिनी-10 वर्ष, आफरीन-आठ वर्ष, जमील-आठ वर्ष, लक्ष्मीना-30 वर्ष, अजमेरी- पांच वर्ष, नसीम-सात वर्ष, कल्लो-वर्ष, छोटू- दस वर्ष से पीड़ित है। इन्होंने झोलाछाप डॉक्टरों से उपचार कराया है फिर भी कोई राहत नहीं है। प्रभारी से स्पष्टीकरण, आज जाएगी टीम-सीएमओ
-मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. उमाकांत पांडेय ने कहा कि डगरिया गांव में बीमारी फैलने की सूचना मिली है, मंगलवार को गांव में डॉक्टरों की टीम भेजी जाएगी। हर बीमार की स्लाइड बनवाकर बीमारी का पता लगाया जाएगा। संभावना है कि यहां मलेरिया के मरीज अधिक है। रही बात अब तक यहां टीम नहीं भेजने की तो यह गांव असोथर पीएचसी के अधिकार क्षेत्र में है। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. उपेंद्र ने यहां स्थानीय टीम क्यों नहीं भेजी इसके लिए उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है।