गन्ना की तीन प्रजातियां खरीद से होंगी बाहर
संवाद सहयोगी, ¨बदकी : कम चीनी उत्पादन देने वाली गन्ना की तीन प्रजातियों को शासन ने खरीद से बाह
संवाद सहयोगी, ¨बदकी : कम चीनी उत्पादन देने वाली गन्ना की तीन प्रजातियों को शासन ने खरीद से बाहर करने का निर्णय लिया है। अगले वर्ष गन्ना पेराई सत्र 2019-20 में केंद्रों से (अस्वीकृत) प्रजाति का गन्ना नहीं खरीदा जाएगा। इसके लिए गन्ना आयुक्त ने किसानों को एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि किसान अस्वीकृत प्रजाति के गन्ने की बुआई न करें।
उत्पादन अधिक होने के कारण जिले के ज्यादातर किसान कनपुरिया, नगीना व सुपरफैन प्रजाति के गन्ना की बुआई करते है। ¨बदकी व खागा तहसील में सर्वाधिक गन्ना की खेती हो रही है। पेराई कर गुड बनाने के लिहाज से यह प्रजातियां तो ठीक है लेकिन चीनी बनाने में इन प्रजातियों से मिलों को उत्पादन कम मिलता है। चीनी मिले इन प्रजातियों को पहले ही रिजेक्ट प्रजाति की सूची में शामिल किए हुए हैं। गन्ना आयुक्त संजय आर भुसरेड्डी ने किसानों के लिए पहले से ही अगले पेराई सत्र के लिए एडवाइजरी जारी की है। जिसमें रिजेक्ट प्रजाति के गन्ना न बोने की किसानों को सलाह दी गई है। हैदरगढ़ चीनी मिल के गन्ना प्रबंधक श्याम चौधरी ने बताया फतेहपुर में 80 फीसदी गन्ना रिजेक्ट प्रजाति का है। चालू पेराई सत्र में चीनी मिल इस गन्ने को खरीद रही है। अगले पेराई सत्र से खरीद नहीं की जाएगी। यह है गन्ने की रिजेक्ट प्रजाति
-91269, 01148, 01159
(स्थानीय भाषा में कनपुरिया नगीना व सुपरफैन) चीनी मिलों की मांग वाली प्रजाति
अर्ली प्रजाति
-0238, 0239, 0118, 98014, 8272, 94184
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सामान्य प्रजाति
8432, 767, 8279 - रिजेक्ट प्रजाति के गन्ने के गन्ने की खरीद अगले पेराई सत्र में चीनी मिल नहीं करेंगी। किसानों को सलाह दी जा रही है कि अर्ली व सामान्य प्रजाति का गन्ना बोएं। इसके लिए गन्ना आयुक्त महोदय की ओर से भी पत्र आ चुका है। -जसवंत ¨सह सचिव जिला गन्ना सहकारी समिति ¨बदकी फतेहपुर