रुक्मिणी विवाह की कथा का श्रोताओं ने उठाया आनंद
संवाद सहयोगी खागा नगर के गदाई मोहल्ला स्थित प्राचीन शिव मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीमद् भागव
संवाद सहयोगी, खागा: नगर के गदाई मोहल्ला स्थित प्राचीन शिव मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में आचार्य ने छठवें दिन भगवान कृष्ण और रूक्मिणी विवाह के प्रसंग का वर्णन किया।कानपुर शिवली से पधारे आचार्य सुरेश चंद्र दीक्षित ने कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने रुक्मी से युद्ध जीत लिया और विदर्भ राजकुमारी रूक्मिणी को द्वारिका में लाकर पाणिग्रहण किया। उस समय द्वारिकापुरी के घर-घर में उत्सव मनाया जा रहा था। वहां के सभी लोगों का यदुपति श्रीकृष्ण के प्रति बहुत अनन्य प्रेम था। सभी नर-नारी मणियों के चमकीले कुंडल धारण कर रखे थे। द्वारिका की अपूर्व शोभा हो रही थी। द्वार-द्वार पर दूब, खील आदि मंगल की वस्तुएं सजाई गई थी। भगवती लक्ष्मी जी को रुक्मिणी के रूप में साक्षात लक्ष्मीपति भगवान श्रीकृष्ण के साथ देखकर द्वारिकावासी नर-नारियों को परम आनंद हुआ। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल कंछल गुट अध्यक्ष शिवचंद्र शुक्ल, अनुपम शुक्ल, माया शिवहरे आदि रहे।