पुआल खरीद शुरू, खड़ी फसल से लगते दाम
-इस बार सर्वाधिक खपत गोशालाओं में बढ़ी जागरण संवाददाता फतेहपुर आम तौर पर धान की फसल कटने के बाद पुआल बिक्री एक अहम समस्या होती है कई बार तो किसान इसकी बिक्री नहीं कर पाते तो इसे खेत में जला देते हैं। लेकिन अब गोशालाओं में बढ़ रही पुआल की मांग ने पुआल बिक्री की समस्या खत्म कर दी है। पुआल खरीदने में जुटी गोशाला समितियां खेत पर खड़ी फसल देखकर ही पुआल लेने का फैसला सुना देते हैं। इसके लिए बकायदे किसान को बयाना की तौर पर धनराशि भी जमा की जाती है।
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: आम तौर पर धान की फसल कटने के बाद पुआल बिक्री एक अहम समस्या होती है, कई बार तो किसान इसकी बिक्री नहीं कर पाते तो इसे खेत में ही जला देते हैं। लेकिन अब गोशालाओं में बढ़ रही पुआल की मांग ने पुआल बिक्री की समस्या खत्म कर दी है। पुआल खरीदने में जुटी गोशाला समितियां खेत पर खड़ी फसल देखकर ही पुआल लेने का फैसला सुना देते हैं। इसके लिए बकायदे किसान को बयाना की तौर पर धनराशि भी जमा की जाती है।
गोशालाओं में चारा का संकट समाप्त हो इसके लिए डीएम संजीव सिंह ने हर गोशाला में पुआल खरीद की छूट दी है। चूंकि इस समय गोशालाओं में खरीदा गया भूसा खत्म हो रहा है तो ऐसे में चारे के रूप में पुआल विकल्प है। जब पुआल की सरकारी खरीद शुरू हो गयी है तो गांव-गांव इसके रेट भी चढ़ गए हैं। ग्राम प्रधान व सचिव जहां के लिए गांवों का दौरा कर रहे हैं तो वही अनेक किसान पुआल डंप कर रहे हैं, ताकि चारा संकट आने पर इसे महंगे दाम पर बेचा जा सके। जिला पंचायत राज अधिकारी अजय आनंद सरोज ने कहा कि वह हर गोशाला में चारा के पर्याप्त इंतजाम के लिए पुआल खरीदने के निर्देश दिए गए हैं।