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सेंसर दे रहे दगा, वाहनों की लगती लाइन

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : एक जनवरी से फास्टैग सेवा अनिवार्य की जा रही है, लेकिन हालत यह है कि टोल

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 Dec 2020 11:18 PM (IST)Updated: Wed, 30 Dec 2020 11:18 PM (IST)
सेंसर दे रहे दगा, वाहनों की लगती लाइन
सेंसर दे रहे दगा, वाहनों की लगती लाइन

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : एक जनवरी से फास्टैग सेवा अनिवार्य की जा रही है, लेकिन हालत यह है कि टोल बूथ इसके लिए तैयार नहीं है। बुधवार को कानपुर-प्रयागराज हाईवे के बडौरी व कटोघन टोल प्लाजा का सच यह रहा कि तीस फीसद से अधिक वाहन बिना फास्टैग के निकल रहे थे। फास्टैग वाली लेनों में अव्यवस्था का आलम यह रहा कि दो-दो लेन में लगे सेंसर काम ही नहीं कर रहे है। टोल कर्मी इन लेनों ने निकलने वाले वाहनों के फास्टैग हैंड मशीन से स्कैन करते है। ऐसे में तीन से चार मिनट का समय लग जाता है। टोल की छह लेन में केवल दो लेन के सेंसर काम कर रहे है, इनमें भी वाहनों रुक-रुक कर चलते रहे। कई वाहनों के फास्टैग को सेंसर स्कैन ही नही कर पाता रहा। बांदा-टांडा मार्ग के दसवां मील के पास लगे टोल में दो लेन में लगे सेंसर काम कर रहे हैं। इस टोल में वाहन फर्राटा के साथ निकलते है।

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²श्य एक : शाम चार बजे थे, कानपुर-प्रयागराज हाईवे के कटोघन टोल प्लाजा में फास्टैग वाली दो लेन में रेंगते हुए वाहन निकल रहे थे। फास्टैग बनाने के लिए कर्मचारी बैठे हुए थे लेकिन बिना फास्टैग वाले वाले वाहन एक लेन से निकल रहे थे। टोल से वाहन रुक-रुक कर ही निकल पा रहे थे, कई बार तो चार से पांच मिनट तक वाहनों को खड़ा रहना पड़ा।

------------------ ²श्य दो : शाम को पांच बजे थे, हाईवे के बडौरी टोल में सेंसर के दगा दे जाने से देखा यह गया कि एक कर्मी हैंडमशीन से वाहन के सामने आकर स्कैन कर रहा था, काम नहीं किया तो वाहन में चढ़कर स्कैन किया। टोल के दो बूथों में लगे सेंसर काम ही नही कर रहे थे। दोनो लेन में वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी। बिना फास्टैग वाली दो लेन से वाहनों की आवाजाही बराबर बनी हुई थी। -------------- बोले जिम्मेदार -कटोघन टोल मैनेजर प्रभाकर मिश्र का कहना था आगामी एक जनवरी से सभी वाहनों में फास्टैग अनिवार्य किया गया है। टोल प्लाजा के आस-पास संस्था कर्मियों द्वारा वाहन चालकों को फास्टैग बनाकर दिए जा रहे हैं। बडौरी टोल के मैनेजर तौहीद खान ने कहा कि नेटवर्क की समस्या के चलते हैंडमशीन का उपयोग करना पड़ता है। एक जनवरी से फास्टैग की अनिवार्यता को लेकर व्यवस्थाएं सुधारी जा रही हैं।

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वाहन स्वामियों का दर्द - कार में फास्टैग कार्ड लगा होने के बाद भी टोल में रुकना पड़ता है। कई बार तो दस से पंद्रह मिनट तक लाइन में खड़े रहना पड़ता है। - रज्जन बाबू शर्मा, कार स्वामी - कटोघन टोल प्लाजा में दो ऑटोमेटिक बूम एक सप्ताह से खराब पड़े हैं। प्रयागराज की ओर से आते समय टोल कर्मी वाहन चालकों का कार्ड हाथ मशीन से स्कैन करते हैं। - अनिकेत द्विवेदी, कार स्वामी - फास्ट टैग लगवाने के बाद भी नेटवर्क दिक्क्त के कारण बडोरी टोल में गाड़ी रोक कर हैंडमशीन से स्कैन किया जाता है, जिससे दो से तीन मिनट का समय बर्बाद हो जाता है। । संतोष कुमार, ट्रक चालक

- एक साल से अधिक का समय हो गया और अभी तक टोल में फास्टैग की व्यवस्था सुचार ढंग से नहीं शुरू हो पाई। सेवा अनिवार्य करने के पहले तकनीकी दिक्कतें दूर होनी चाहिए। विनोद सिंह - बांदा-टांडा मार्ग में टोल तो वसूला जा रहा है, लेकिन वाहन चालकों को सुविधाओं की अनदेखी की जा रही है, इस मार्ग से तो टोल बंद होना चाहिए। मुन्नू , चालक

- फास्टैग अनिवार्य करने के पहले हर टोल में फास्टैग की सुविधा मुहैया होनी चाहिए। टोल में यह कर्मचारी खोजने पर नहीं मिलते। आरके यादव, वाहन स्वामी


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