स्कूल-कालेज खुलेंगे, अभिभावकों के दिलों की धड़कनें तेज
जागरण संवाददाता फतेहपुर शासन ने लंबे अंतराल से बंद चल रहे स्कूल और कालेजों को फिर
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : शासन ने लंबे अंतराल से बंद चल रहे स्कूल और कालेजों को फिर से खोले जाने का निर्देश दिए हैं। आठ तक की कक्षाओं का संचालन बंद रहेगा जबकि 16 अगस्त से कक्षा 9 से 12 तक का संचालन होगा। बिना टीकाकरण के बच्चों के भेजने और कोरोना संकट को लेकर अभिभावक असमंजस की स्थिति में आकर खड़े हो गए हैं। एक तरफ बच्चों की पढ़ाई और दूसरी तरफ तीसरी लहर के खौफ के बीच निर्णय नहीं ले पा रहे हैं।
स्कूलों के संचालन को लेकर विद्यालय प्रशासन के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। खासकर निजी शिक्षण संस्थानों ने वायरल हुई खबर के बाद तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं। कोरोना गाइडलाइन का पालन और सैनिटाइजेशन तथा शारीरिक दूरी के पालन का खाका खींचना शुरू हो गया है। एक कक्षा में 50 फीसद बच्चों को बुलाए जाने की बाध्यता से बांधा गया है। सूबे की सरकार ने कक्षा नौ का संचालन 16 अगस्त, 5 अगस्त डिग्री कालेजों में प्रवेश प्रक्रिया तथा एक सितंबर से कक्षाओं का संचालन किए जाने का निर्देश हैं। शासन का निर्णय स्वागत योग्य है। संचालन को लेकर फौरी तौर पर कोई नया दिशा निर्देश नहीं है। पूर्व में भी ऐसे ही दिशा निर्देश पर संचालन कराया जा चुका है। शासन को जो दिशा निर्देश आएगा उसका शत प्रतिशत पालन कराया जाएगा। राजकीय, सवित्त और निजी शिक्षण संस्थानों के संचालन की जांच होगी।
महेंद्र प्रताप सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक बोले अभिभावक
- पढ़ाई की दिक्कत से बच्चे जूझ रहे हैं। टीकाकरण हुआ नहीं है, समझ में नहीं आ रहा है क्या किया जाए।
दिनेश चंद्र सोनी पढ़ाई की चिता हम सभी अभिभावकों को है। टीकाकरण को लेकर सरकार को गंभीर होना चाहिए, टीकाकरण के बाद बच्चे स्कूल जाएं।
सतीश सिंह
कोरोना का दर्द अभी भूला नहीं है। अब स्कूल के संचालन का निर्देश है। बच्चों के भविष्य को लेकर चिता सता रही है।
विवेक कुमार कोरोना का संकट सभी ने झेला है। सरकार को पहले बच्चों की सुरक्षा के इंतजाम करना चाहिए। इसके बाद कक्षा संचालन हो।
मनोज कुमार